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उत्साह के साथ एहतियाती डोज लगवाने पहुंचे बुजुर्ग

  • जनपद में फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर के साथ बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों को प्री कॉशन डोज लगना शुरू
  • पहले दिन 1403 लोगों ने लगवाई एहतियाती डोज
    आगरा, ।कोरोना से बचाव के लिए जनपद में फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पहले से गंभीर बीमारी से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को एहतियाती डोज (प्रीकाशन डोज) लगाने का काम सोमवार से शुरू हो गया। जनपद के टीकाकरण केंद्रों पर उत्साह के साथ लोग एहतियाती डोज लगवाने पहुंचे | सोमवार को जनपद में कुल 1403 लोगों ने एहतियाती डोज लगवाई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार के निर्देश के बाद जनपद में हेल्थहकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और को-मॉर्बिडिटीज से ग्रसित 60 साल से ज्याेदा उम्र के लोगों को एहतियाती डोज दी जा रही है। इसके लिए जनपद के सभी टीकाकरण केंद्रों पर यह डोज लगाई जा रही है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज लगे हुए नौ महीने हो चुके हैं, ऐसे हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर रोगों से ग्रसित लोग अपने एहतियाती डोज लगवा सकते हैं। इसे जनपद के किसी भी टीकाकरण केंद्र पर जाकर लगवाया जा सकता है। डीआईओ ने बताया कि एहतियाती डोज लगवाने के लिए कोविन एप पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

ईएसआई हॉस्पिटल में एहतियाती डोज लगवाने के बाद फ्रंटलाइन वर्कर रामवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने कोविड टीकाकरण शुरूआत में ही करा लिया था। दोनों डोज समय से लगवाने के बाद अब मुझे प्रिकॉशनरी डोज लगवाने का मौका मिला है तो मैंने कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रिकॉशनरी डोज लगवा ली है।

80 वर्षीय देवेंद्र कुमारी ने बताया कि उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एहतियाती टीका लगवा लिया है। इससे पहले उन्होंने अपने दोनों डोज लगवा ली थीं। उन्होंने सरकार के इस फैसले को अच्छा कदम बताया।

शांता कुमारी ने कहा कि बुजुर्गों के लिए प्री कॉशन डोज लगवाना अच्छी पहल हैं। मैंने भी इसे लगवा लिया है।

डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कोरोना से सुरक्षा के लिए उन्होंने दोनों डोज लगवाने के बाद अब तीसरी डोज लगवा ली है। इससे उनका कोरोना से बचाव हो सकेगा।

संवाद। दानिश उमरी