कैंटोनमेंट बोर्ड हॉस्पिटल और लोहामंडी स्वास्थ्य केंद्र पर बैठक कर किया जागरुक
आगरा, जनपद में टीबी रोग के प्रति आमजन में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को जनपद में लोहामंडी स्वास्थ्य केंद्र और कैंटोनमेंट बोर्ड हॉस्पिटल में जिला क्षय रोग विभाग द्वारा टीबी के प्रति संवेदीकरण किया गया।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संत कुमार ने बताया कि जनपद में टीबी रोग के प्रति लोगों को संवेदीकृत किया जा रहा है।
केंद्र से जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद कुमार यादव और कमल सिंह द्वारा बैठक कर लोगों को टीबी से बचाव के बारे में बताया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को बताया गया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को देश में किस तरह से चलाया जा रहा है। इसके साथ ही जनपद स्तर पर इसे कैसे संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही छात्रों को टीबी के लक्षण और उसका उपचार संबधी जानकारी दी गई।
पीपीएम समन्वयक ने इस अवसर पर बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं । ऐसे टीबी के संभावित मरीज दिखें तो उनकी टीबी की जांच अवश्य करवाई जानी चाहिए ।
निक्षय पोषण योजना के बारे में बताया
इस अवसर पर कमल सिंह और अरविंद कुमार यादव ने निक्षय पोषण योजना के बारे में बताते हुए कहा कि टीबी होने पर दवाइयों के साथ ही मरीज को पौष्टिक भोजन की भी बहुत जरूरत होती है। इन जरूरतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने निक्षय पोषण योजना शुरू किया है। इस योजना के तहत टीबी के मरीजों को केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रुपए की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाती है। यह अनुदान मरीज के ठीक होने तक दिया जाता है।
संवेदीकरण कार्यक्रम के दौरान शशिकांत पोरवाल और पंकज सिंह, शिवम शर्मा, अखिलेश शिरोमणि राकेश कुमार एवं अमरदीपशर्मा मौजूद रहे।
ये बताए गए टीबी को पहचानने के लक्षण
• खांसी आना टीबी सबसे ज्यादा फेफड़ो को प्रभावित करती है, इसलिए शुरुआती लक्षण खांसी आना है।
• पसीना आना पसीना आना टीबी होने का लक्षण है।
• बुखार रहना जिन लोगों को टीबी होती है, उन्हें लगातार बुखार रहता है।
• थकावट होना
• वजन घटना
• सांस लेने में परेशानी
• बचाव के तरीके