अखिलेश यादव के सजातीय वोटर मुसलामानों से वोट तो लेते हैं देते नहीं हैं
स्पीक अप कैंपेन# 30 में बोले अल्पसंख्यक कांग्रेस के नेता
लखनऊ । अखिलेश यादव समझ चुके हैं कि मुसलमान अब पूरी तरह कांग्रेस के साथ जा चुका है इसीलिए वो कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में मारे गए लोगों के साथ प्रियंका गांधी का खड़ा होना सपा को कमज़ोर करने की साज़िश कैसे है।
ये बातें आज स्पीक अप कैंपेन की 30 वीं कड़ी में अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं ने कहीं। हर रविवार को फेसबुक लाईव के ज़रिये यह कार्यक्रम होता है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश यादव को अपनी पार्टी की गोपनीय सर्वे से पता चल चुका है कि मुसलमान प्रियंका गांधी के साथ जा रहे हैं। इसीलिए हार का कोई बहाना नहीं मिल रहा है तो वो कांग्रेस पर अपनी पार्टी को हराने का षड्यंत्र रचने का मुर्खतापूर्ण आरोप लगा रहे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलनों में मारे गए लोगों के बीच जब प्रियंका गाँधी गयीं तभी तय हो गया था कि मुसलामान अब सपा को छोड़ने का मन बना चुका है। इसके लिए अखिलेश जी को प्रियंका जी के संघर्ष पर सवाल उठाने के बजाये अपने डर और निकम्मेपन को ज़िम्मेदार मानना चाहिए।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमान समझ चुके हैं कि अखिलेश यादव का जातिगत जनाधार मुसलमानों से वोट तो ले लेता है लेकिन मुस्लिम प्रत्याशियों को वोट नहीं देता है। इसीलिए पिछले विधान सभा चुनाव में सपा के 47 विधायकों में से 17 मुस्लिम जीत कर आए और वो भी मुस्लिम बहुल ज़िलों से और उन्होंने ही अखिलेश यादव जी की जाति के 13 प्रत्याशियों को जितवाया था। लेकिन मुसलामानों के इस एहसान के बावजूद मुलायम सिंह यादव ने संसद में यह कह कर कि वो मोदी जी को दुबारा प्रधान मंत्री बनते देखना चाहते हैं अपने सजातीय लोगों को पिछले लोक सभा चुनाव में भाजपा को वोट करने का इशारा कर दिया। जिसके बाद सपा-बसपा गठबंधन ग़ाज़ीपुर, आजमगढ़, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, बिजनौर, अमरोहा और सहारनपुर जैसे मुस्लिम बहुल सीटों पर ही जीत पायी। फ़िरोज़ाबाद, बदायूं, कन्नौज जैसे यादव बहुल सीटों पर भाजपा अच्छे मार्जिंन से जीत गयी क्योंकि अखिलेश यादव ने अपनी बिरादरी का वोट भाजपा में ट्रांसफ़र करवा दिया। मुसलामान अब इस गलती से सबक सीख चुका है। इसीलिए इस बार मुसलमान पूरी तरह कांग्रेस को वोट करेंगे।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जो अखिलेश यादव आज़म खान के लिए एक बार भी सड़क पर नहीं उतरे उनका मुसलामानों और दलितों के न्याय के लिए लगातार सड़क पर लड़ने वाली प्रियंका गांधी पर अनर्गल टिप्पणी करना मुसलामानों और दलितों का अपमान है। जिसका खामियाज़ा सपा को भुगतना होगा।