जल्द मिलेगी 7 अजूबों की सौगात
अजमेर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आनासागर झील के किनारे-किनारे अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के तहत विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। पुष्कर रोड स्थित लेकफ्रंट बर्ड पार्क, सागर विहार बर्ड पार्क, अरबन हाट फूड कोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं। आनासागर पाथ वे प्रथम एवं द्वितीय का कार्य पूर्ण हो गया है। इसी प्रकार वैशाली नगर स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के सामने 7 वंडर का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। जल्द ही स्थानीय लोगों के साथ पयर्टकों को इसकी भी सौगात मिलने जा रही है। झील के किनारे किए जा रहे विकास कार्य पयर्टन को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होंगे।
दूनिया के सात अजूबों को देखने का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है। इन अजूबों को असली सात अजूबों की हुबहू नकल कर बनाया जा रहा है। अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अजमेर शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 7 वंडर का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। वैशाली नगर स्थित महेश्वरी पब्लिक स्कूल के सामने 10.5 करोड़ की लागत से लगभग 1 हेक्टेयर भूखण्ड इसका निर्माण आनासागर के किनारे किया जा रहा है। यहां पर पेरिस के एफिल टावर का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। यहां पर हूबहू प्रतिकात्मक टावर का निर्माण किया जा रहा है। मिश्र मे पिरामिड भी नजर आएंगे। मिश्र के पिरामिड बनकर तैयार हो गए हैं। यहां पर लाइटिंग का कार्य प्रगतिरत है। पीसा की झुकी हुई मीनार का निर्माण किया जाएगा। इटली में पीसा की मीनार तो बनने के बाद झुकी थी। मालूम हो पीसा इटली का एक छोटा शहर है जहां विश्व प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार है। पीसा की यह झुकी हुई मीनार सैकड़ों सालों से सैलानियों की उत्सकुता का केंद्र बनी हुई है। यहां पर मिनार के निर्माण के लिए फाउंडेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। चिनाई का कार्य प्रगतिरत है। कोलेजियम रोम का कोलेजियम भी यहीं अपनी ऊंची और टूटी दीवारों के साथ स्वागत करता दिखाया जाएगा। कोलेजियम के लिए फिनिशिंग एवं लाइटिंग का कार्य प्रगतिरत है। झील के किनारे स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी भी नजर आएगी। यहां पर लाइटिंग का कार्य प्रगतिरत है। उल्लेखनीय है कि यहां न्यूयॉर्क के किनारे का फैला समंदर भले ही न हो लेकिन आनासागर झील के किनारे बनी हाथ में मशाल लिए स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी अहसास दिलाती है कि शायद न्यूयॉर्क यहीं कहीं हैं। क्राइस्ट द रिडीमर की विशालकाय प्रतिमा यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर रोमांचित करेगी। यह प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। दुनिया के इन सात अजूबों में ताजमहल एक अजूबा भारत में भी है। मोहब्बत की बेमिसाल निशानी ताजमहल शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल के लिए आगरा में इस खूबसूरत इमारत का निर्माण कराया था। अजमेर में भी ऐसा ही एक प्रतिकात्मक ताजमहल देखने को मिलेगा। प्रतिकात्मक बन रहे ताजमहल पर मार्बल लगाने का कार्य प्रगतिरत है। सात अजूबों में से स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, रोमन कोलेज्यिम, एफिल टावर, क्राइस्ट दरिडीमर व मिश्र के पिरामिड का कार्य लगभग पूर्ण है एवं पीसा की मिनार व ताजमहल का कार्य प्रगतिरत है। सभी अजूबों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए पाथ वे का कार्य प्रगतिरत है। यहां पर मुख्यद्वार एवं चार दीवारी लगभग बनकर तैयार है।
संवाद। मोहम्मद नज़ीर क़ादरी