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इस्लामिक समाज के निर्माण में मस्जिद की भूमिका मौलिक : मौलाना निसार अहमद  

  मस्जिद ए कुबा खांबरा में  मुस्लिम भाईचारे का धार्मिक प्रोग्राम आयोजित  
  इस्लाम ने हमेशा इंसानियत की सेवा करने की शिक्षा दी  है
 जालंधर (मजहर): मजाहिर उलूम सहारनपुर के  हदीस के शिक्षक हजरत मौलाना निसार अहमद मजाहिरी के हाथों मस्जिद के लेंटर का काम की शुरुआत की गई। मस्जिद ए कुबा खांबरा के प्रांगण में आयोजित धार्मिक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए हजरत मौलाना निसार अहमद साहब ने कहा कि इस्लामिक समाज को आकार देने में मस्जिद की भूमिका मौलिक हैं।  मस्जिद के बिना इस्लाम की शिक्षा प्रणाली असंभव है।  मस्जिद बनाने वाले अल्लाह के चुने हुए सेवक होते हैं। अल्लाह जिसे पसंद करते हैं उस से ऐसे काम लेते हैं। इस इलाके के लोग दूर-दराज नमाज पढ़ने के लिए जाते थे लेकिन इस जगह पर मस्जिद आबाद होने से उनकी दिनी व मिल्ली सभी मसाइल हल होंगे। इसके लिए पत्रकार मजहर  आलम उनके साथी मुबारकबाद के पात्र हैं जिन की कोशिशों से यह मुमकिन हो पाया है। इसे अंजाम दिया गया।
 सामाजिक सुधार पर विस्तृत चर्चा में उन्होंने कहा‌ की  लोगों की सेवा करने की भावना होनी चाहिए।”  इस्लाम ने हमेशा इंसानियत की सेवा करने की शिक्षा दि है।  दूसरों की मदद  करने में धर्म, समुदाय और अमीर और गरीब के बीच कोई अंतर नहीं रखनी चाहिए।
दारुल उलूम रहीमिया के नाजिम कारी जुनैद आलम रशीदी ने कहा कि मस्जिदें मुसलमानों का धार्मिक केंद्र हैं, जो इस्लामी समाज में मस्जिदों की वांछित भूमिका के बारे में सर्वोत्तम मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
 इस मौके पर पंजाब वक्फ बोर्ड के सदस्य कलीम आजाद, अब्दुल सत्तार ठेकेदार, आल पंजाब जमात ए सलमानी ट्रस्ट के चेयरमैन हाजी आबिद हसन सलमानी, सैयद याकूब हुसैन नकवी, कांग्रेसी नेता अख्तर सलमानी, नदीम सलमानी, शमशाद ठेकेदार, अलाउद्दीन चांद, मोहम्मद निहाल, मौलाना अमानुल्लाह, एहसान उल हक, वक्फ बोर्ड के स्टेटस अफसर लियाकत, शकील अहमद, नैयर आलम, अयूब जोहरी, लियाकत, आम आदमी पार्टी के शाहरुख खान, शहादत अली, मुस्तफा , अरबाज खान, अब्दुल मन्नान , मास्टर रफीक,मोहम्मद साबिर, शरीफ गुजर, लियाकत हुसैन गुजर,व अन्य मौजूद थे।