राजनीति

बसपा महासचिव ने एत्मादपुर विधानसभा में जुटाया समर्थन

  1. भाजपा-सपा बहन जी और बसपा शासनकाल की नकल करके सरकार चलाना चाहती है- सतीश चंद्र मिश्रा

आगरा। (डीवीएनए) विधानसभा चुनावों के पहले चरण की तारीख काफी करीब है  जिसके चलते सभी राजनैतिक पार्टियों के दिग्गज अपने अपने प्रत्याशीयों के समर्थन जुटाने में लगे हैं। रविवार को जहां एत्मादपुर विधानसभा के बसपा प्रत्याशी के लिए वोट की अपील करने के बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा आगरा आये औऱ जनसभा कर लोगों से वोट की अपील की साथ ही सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बहन जी ने सभी विपक्षी पार्टियों को यह दिखाया था कैसे सरकार और प्रदेश को संभाला जाता है।भाजपा-सपा बहन जी और बसपा शासनकाल की नकल करके सरकार चलाना चाहती है, लेकिन ये दोनों नकल करने में भी फेल साबित होते है।

समाजवादी पार्टी सरकार की खासियत – दंगा, अपराध, जमीनों का कब्जा, प्रदेश के सभी विभागों में एक समुदाय की भर्ती, सैफई में जनता का करोड़ों रुपए खर्च करके फिल्मी सितारों पर लुटाना, बड़े-बड़े घोटाले।भाजपा और सपा मिलीभगत से कराती है प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम दंगे।भाजपा और सपा के चेहरे अलग हैं लेकिन आत्मा जुड़ी हुई है।महिलाओं का शोषण सपा और भाजपा शासनकाल में सबसे ज्यादा।

बहन जी ने सबसे पहले पूरे प्रदेश में महिलाओं के लिए महिला थाना का निर्माण करवाया था। भाजपा सरकार ने बैंकों को पहले अपने पूंजीपति दोस्तों को लूटने दिया, फिर विदेश भगा दिया, अब जब इनका खुलासा हो गया है तब यह बैंकों को प्राइवेट हाथों में बेचकर अपने घोटाले को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।

युवाओं का वोट ख़रीदने के लिए उनको मोबाइल और टेबलेट दिया जा रहा है।बहन जी नौकरी देकर युवाओं को मजबूत करती हैं ताकि वह मोबाइल हर महीने खुद लोगों को बांट सके।
इस प्रदेश मे बसपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी की है, बाकी सभी सरकारों ने सिर्फ 10-15 ₹20 ही किसानों की आये बढ़ाया है।

चुनाव करीब है तो कांग्रेस और भाजपा को महिलाओं की फिर से याद आ रही है। आज से कई दशक पहले बहन मायावती जी महिलाओं की सशक्त आवाज बनी थी और महिलाओं को लड़ना सिखाया था।
किसानों को भाजपा सरकार डराती है कि देखो जिसने तुमको कुचला है मारा है वह मेरे बगल में मंत्री बनकर बैठा है।
20 लाख से ज्यादा वित्तविहीन शिक्षकों को झूठा दिलासा देकर भाजपा ने उनका वोट लिया , अब वह भाजपा का असली चेहरा देख चुके हैं और अब ये बहुजन समाज पार्टी के साथ हैं।

जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री गुरुओं और शिक्षकों के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करें उस प्रदेश का वह विकास कैसे कर सकता है।बेरोजगार युवाओं ने तो अपना गुस्सा उसी दिन जाहिर कर दिया था जब इस प्रदेश के सीएम का जन्मदिन बेरोजगार दिवस के रुप में मनाया था। जो जनता को दुःखित करता है वो महाराज आपने आप को नही बोल सकता।
दलित समाज से घृणा करती है भाजपा सरकार, चुनाव के समय मज़बूरी में बैठाकर, फोटो और खाना खाते हैं भाजपा के मुखिया और मठाधीश लोग।

रेनू शर्मा, खुशी दुबे और हाथरस की दलित बेटी के साथ जिस तरह भाजपा सरकार ने अत्याचार और घृणित काम किया है, उससे प्रदेश की महिलाओं के अंदर डर बैठ चुका है कि भाजपा सरकार के लोग किसी को भी मार सकते हैं, कैद कर सकते हैं और मिट्टी का तेल डालकर जला सकते हैं।
भाजपा सरकार कभी मां सीता का नाम नहीं लेती। क्योंकि इनके लोग महिलाओं से नफरत करते हैं।

वह नहीं चाहते कि इस प्रदेश और देश की महिलाएं आगे बढ़े।*
राम मंदिर का फैसला देकर न्यायालय ने भाजपा की राजनीति खत्म कर दी।अब भाजपा वालों को मथुरा वृंदावन की याद आ रही है। प्रदेश की जनता जानती की मथुरा वृंदावन का विकास बसपा शासनकाल में किया जा चुका है।
बहन जी ने मुझे आदेश दिया था कि बजट की चिंता ना करते हुए मथुरा-वृंदावन का समग्र विकास कीजिए।

भाजपा आरक्षण खत्म करके बाबा साहेब का मूवमेंट और मिशन खत्म करना चाहती है। प्रदेश की जनता को डराने के लिए सीएम अपना चेहरा अखबारों में छुपाते हैं।शायद मुखिया को नहीं पता कि इस प्रदेश की जनता किसी बुलडोजर से और बंदूकों से नहीं डरती है। वह गलत करने वालों को चुनाव के में उठाकर पटक देती है। बुलडोजर वाले सीएम हैं, 2022 चुनाव के बाद जनता इन्हे बुलडोजर में बैठाकर इस प्रदेश से बाहर कर देगी।

ऑक्सीजन की कमी से कोरोना काल जाने कितनी जाने गई, स्वास्थ्य व्यवस्था आज भी ध्वस्त है, लेकिन यह स्वास्थ्य व्यवस्था में पैसे नहीं खर्चा करेंगे, यह पैसे अपने विज्ञापनों में खर्चा करते हैं।
जिला पंचायत चुनाव में जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन भाजपा के जिला अध्यक्ष और कार्यकर्ता बन गए थे।
चुनाव में महिलाओं का चीरहरण हो रहा था और यह अधिकारी बैठ कर तमाशा देख रहे थे।

संवाद:- दानिश उमरी