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हमारी मांगे बहुत ज्यादा मगर यह दामन नहीं कुशादा जनाबे नूरी के दर से एक दामन मंगा लिया है

मारहरा कस्बा स्थित खानकाहे बरकतिया में कोरोना की वजह से उर्स ए नूरी का इन्काद नहीं हुआ इस वजह से मुख्तसर फातिहा का इन्काद किया गया प्रोग्राम का संचालन कारी इरफान बरकाती ने किया। सैयद अहमद मुस्तफा सिद्दीकी ने भी मनकवत पढ़ी यही पे सैयद है जनाबे मारहरा यहीं पर है मुर्शीदे आज़म है मारहरा इसके बाद बदायूं से तशरीफ लाए बदायूं के सज्जादा नशीन मौलाना मोहम्मद अतीब मियां ने पढ़ा हुजूरे गौस का दरबार है दरबारे मारहरा और तकरीर की। खानकाहे बरकतिया के सज्जादा नशीन सैयद नजीब हैदर नूरी ने भी सरकारे नूर के बारे में बताया और पढा अहमदे नूरी का फैजे नूर है हो गयी मेरी गजल पढ़कर कसीदा नूर का और कहा कि खानकाहे बरकतिया किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करती लेकिन वोट डालना हमारा जमहूरी हक है इसलिए हम सबको वोट जरूर डालना चाहिए। उसके बाद सैयद अशरफ मियां ने भी नूरी मियां की शान में मनकवत पेश की हमारी मांगे बहुत ज्यादा मगर यह दामन नहीं कुशादा जनाबे नूरी के दर से एक दामन मंगा लिया है। और प्रोग्राम के अंत में खानकाहे बरकतिया के सज्जादा नशीन सैयद मोहम्मद अमीन मियां कादरी ने बताया कि आज सरकारे नूर का 119 वा उर्स की फातिहा मना रहे हैं और नूरी मियां के बारे में कई वाकयात बताए। और कोरोना वायरस के खत्म होने के लिए दुआएं की और मुल्क में अमन अमन चैन की दुआएं की। इस मौके पर मौजूद सैयद मोहम्मद अमान मियां कादरी, सैयद मुन्ने मियां, सैयद पन्नू मियां,सैयद मोहम्मद उस्मान मियां ,सैयद हैदर हसन, सैयद मोहसिन मियां,हाफिज शरीफ ,मौलाना इरफान आजहरी, मौलाना असलम बरकाती,कारी अकबर बरकाती, कारी रहमतुल्लाह, कारी सदरूद्दीन हाफिज रिजवान ,हाफिज चांद, हाफिज जावेद, हाफिज वकील, हाफिज वासिफ ,हाफिज नदीम, हाफिज बिलाल,हाफिज मोहम्मद गनी , मौलाना परवेज सैफी, असलम बरकाती ,फरीद नूरी, शोएब नूरी ,शाकिब नूरी, पूरनपुर से आए शकील बरकाती,आफाक बरकाती, मोहम्मद हसीन,गुलाम मोहम्मद, आदि लोग मौजूद रहे ।

संवाद।शोएब कादरी एटा