आगरा , भारत कोकिला सरोजिनी नायडू की 143वीं जयन्ती पर बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा भारत कोकिला को भावपूर्ण स्मरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डाॅ॰ नसरीन बेगम ने नायडू को एक महान देश सेवक बताया। इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजक डाॅ॰ पूनम रानी गुप्ता ने नायडू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके देशहित में किये महान योगदान का स्मरण किया। सुश्री नेहा ने कहा कि वे नारी उत्थान के लिए समर्पित एक महान योद्धा थीं। श्रीमती शालिनी ने नायडू की देशसेवा और साहित्य में योगदान पर प्रकाश डाला। राजनीति विज्ञान प्रवक्ता सरिता ने भी अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश की पहली महिला गर्वनर थीं। एक अच्छी शायरा थीं, एक सियासतंदा थीं। छात्राओं को उन जैसा बनना है। उनके गुणों को अपने अन्दर लाना है। जिस तरह वह अपने मुल्क (चमन से मोहब्बत करती थी वैसे ही हमें भी अपने वतन से मोहब्बत करनी है-
मोहब्बत अपने चमन से गुलों से खारों से,
मोहब्बतों के ख़जाने लुटा दिये तूने।
इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं काजल, चंचल, प्रियांशी, मेघा, मीनाक्षी, अलीशा, शीतल, प्रियांशी, सलिहा आदि ने सरोजिनी नायडू द्वारा लिखी गई कविताओं का वाचन किया। डाॅ॰ अमिता निगम प्फ।ब् समन्वयक ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसी महान विभूतियों को आयोजन के माध्यम से याद करना, हमें जीवन उनके जैसा बनाने की प्रेरणा देता है। डाॅ॰ गुंजन चतुर्वेदी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया एवं आज की युवा पीढ़ी को ऐसे महान देश सेवकों को सदैव याद रखने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में डाॅ॰ राधा रानी गुप्ता, डाॅ॰ एकता उपस्थित रहें।