मैनपुरी। आगरा मंडल के जनपद मैनपुरी और कानपुर मंडल के घाटमपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित कर दोनों मंडलों के सभी बसपा प्रत्याशियों के लिए सतीश चंद्र मिश्र ने वोट अपील किया। घाटमपुर से बसपा प्रत्याशी प्रशांत अहिरवार , मैनपुरी में सदर से बसपा प्रत्याशी गौरव नंद,भोगांव से अशोक चौहान ,किशनी से प्रभु दयाल जाटव, करहल से कुलदीप नारायण को भारी मतों से जिताने और बहन जी को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपील की।
बहन जी ने उत्तर प्रदेश को बिजली दी – जहां पहले गांव और शहर में 5 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिलती थी, वहां बसपा सरकार में 6500 मेगावाट को बढ़ाकर 13000 मेगावाट करके गांव और शहर में पूरे समय बिजली देने का प्रबंध किया गया था ।
भाजपा वाले 15 लाख का जुमला जिस तरह दिए थे,उसी तरह बेरोजगारों को दो करोड़ नौकरियां देने का भी जुमला दिए हैं ।
भाजपा सरकार बैंकों में अपने लोगों से घोटाले करवाती है फिर उन्हें विदेश ऐश और आराम करने के लिए भेज देती है।
भाजपा वाले रोजगार इसलिए नहीं देते हैं कि युवा वर्ग अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा और खुद सक्षम हो जाएगा, तब वह भाजपा के असली मनसूबे को समझ जायेगा और इनके दबाव में नहीं रहेगा।
प्रदेश में जितनी नौकरियां हैं सब ठेके पर दी जा रही है, ठेकेदार पैसा कमाते हैं और बच्चे मेहनत करते हैं, उन युवाओं को उनके मेहनत का पैसा तक नहीं मिलता, प्रदेश के मुखिया सिर्फ ठेकेदारों को इसलिए मजबूत कर रहे हैं ताकि उनके चुनाव में प्रचार प्रसार में ठेकेदार पैसा खर्च कर सकें।
खुशी दुबे जिसने कोई अपराध नहीं किया वह डेढ़ साल से अधिक जेल में बंद है, और भाजपा सरकार के मंत्री के लड़के ने किसानों को कुचल दिया वह 4 महीने के अंदर जमानत पा गया है, यही है भाजपा का दोहरा चरित्र।
अल्पसंख्यक समाज को भाजपा वाले उनके घरों पर बुलडोजर चलाने के नाम पर डराते हैं।
हाथरस की बेटी के साथ जो निर्दयता भाजपा वालों ने किया जब उसकी तस्वीर अखबारों में छपी तो उत्तर प्रदेश को पूरे विश्व में लज्जित होना पड़ा कि यूपी में एक ऐसी सरकार है जो बेटियों का अनादर करती है उनके शवों पर पेट्रोल डालकर आधी रात को जला देती है।
सपा और भाजपा का सांठ-गांठ कितना मजबूत है यह मुलायम सिंह यादव जी हर वक्त साबित करते हैं, चाहे संसद में पीएम मोदी को आशीर्वाद देकर, आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत के साथ बैठकर बातचीत करके।
उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था जैसी ध्वस्त व्यवस्था किसी प्रदेश की नहीं। कोरोना काल में मरीजों के लिए बेड नहीं थे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं थे, दवाइयां नहीं थी, शवों को जलाने के लिए जगह नहीं थी।
जितना पैसा भाजपा वालों ने प्रचार-प्रसार में खर्च किया है अगर उतना जनता की भलाई में करते तो कोरोना में बाहर से आए श्रमिकों की दुर्दशा नहीं होती।
जो बुलडोजर यह भाजपा वाले दूसरों के घरों पर चलवा रहे हैं उसकी चाबी अब जनता के हाथ में आ चुकी है अब जनता इनको इन्ही के बुलडोजर से प्रदेश के बाहर छोड़कर आएगी।
संवाद। अज़हर उमरी