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आगरा कॉलेज में संगीतोत्सव में प्रतिभागियों ने दिखाए अपने जलवे

आगरा (डीवीएनए)आगरा कॉलेज, आगरा के गंगाधर शास्त्री भवन में संगीतोत्सव-2022, संगीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन संगीत विभाग द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ रेखा तिवारी एवं आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रीता देव के मार्गदर्शन में शास्त्रीय गायन, सुगम गायन एवं लोक गायन( क्रमश: तीन वर्गों में )प्रतियोगिता का आयोजन डॉ आन्शवना सक्सेना ने किया, जिसमें कॉलेज छात्र-छात्राओं ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया।
शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता में गोपाल मिश्रा, रुस्तम लवानिया एवं लवेश अग्रवाल क्रमश प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर विजयी रहे।
सुगम गायन प्रतियोगिता में गरिमा, मोना वर्मा एवं चंचल क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर विजयी रहे।
लोक गायन प्रतियोगिता में कमलेश, मेघा सक्सेना एवं माधुरी पाराशर क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर विजयी रहे।
भारतीय संगीतालय के प्राचार्य डॉ गजेंद्र सिंह चौहान ने निर्णायक के रूप में सभी प्रतियोगिताओं के निर्णय सुनाए।
विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि डॉ रेखा तिवारी एवं प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला तथा सांस्कृतिक समिति के प्रभारी डॉ क्षमा चतुर्वेदी ने प्रमाण पत्र व् स्मृति चिन्ह प्रदान किए ।
आयोजन में सहयोगी रहे संगीत विभाग के श्रीमती काजल शर्मा, श्रीमती पूनम दिक्षित, श्री मुरली मनोहर तिवारी श्री राधेलाल और समस्त विभाग के छात्र-छात्राएं।
विदुर अग्निहोत्री का सितार वादन और मोहित कुमार का तबला वादन आकर्षण का केंद्र रहे। विज्ञान वर्ग की छात्रा कुमारी अनिता शर्मा ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति द्वारा आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया ।कार्यक्रम का संचालन वंशिका और मनोज कुमार ने किया।
इस अवसर पर डॉ अमिता सरकार, डॉ रीता निगम, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ अंशु चौहान, डॉ कल्पना चतुर्वेदी, डॉ सुरेंद्र सुनकर, डॉ शादा जाफरी, मनीषा दोहरे, डॉ नीरा शर्मा, निधि शर्मा, सुनीता यादव आदि रहे।
शास्त्रीय गायन में गोपाल मिश्रा ने नत भैरव राग, रुस्तम ने मल कोश राग, शिवानी सक्सेना ने राग दरबारी तथा मोंटी ने राग गोल मल्हार गाया। शुगम गायन में प्रिया शर्मा ने ए री मैं तो प्रेम दीवानी, गरिमा ने दरस बिना तरसत नैन, मोना वर्मा ने ओ कान्हा अब तो मुरली की तान सुना जा तथा लोक संगीत में माधुरी पाराशर ने ब्रज का मेरो कान्हा झूले पालना, नंदिनी राठौर ने ब्रज का ही मीठे रस से भरो री तथा नितिन ने राजस्थानी गीत केसरिया गा कर सब का मन मोह लिया।
संवाद , रहबर खान