राजनीति

सपा को मुसलमानों को अपमानित करना महंगा पड़ेगा- शाहनवाज़ आलम

 

सपा ने 2012 में मुसलमानों से किया कोई भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया

लखनऊ । अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अपने स्पीक अप कैंपेन में सपा की घोषणापत्र में मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं होने का आरोप लगाया है। फेसबुक लाइव पर चलने वाले इस अभियान की 35 वीं कड़ी थी।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने अपने संबोधन में कहा कि 2012 के चुनावी घोषणापत्र में सपा ने मुसलमानों से किये गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया था। न तो आतंकवाद के नाम पर फँसाये गए बेगुनाहों को रिहा किया गया। यहाँ तक कि जो बेगुनाह अदालतों द्वारा बरी कर दिये गए उन्हें दुबारा जेल भेजने के लिए फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट चली गयी। इसी तरह न तो अल्पसंख्यकों को 17 प्रतिशत आरक्षण दिया अखिलेश सरकार ने और ना ही वादे के मुताबिक मुस्लिम बहुल इलाक़ों में पुलिस और पीएसी में भर्ती के लिए विशेष कैंप लगाए गए। इसी तरह इस चुनाव में भी सपा के घोषणापत्र में मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पिछड़े मुसलमानों के विकास के लिए विशेष तौर से पसमांदा आयोग गठित करने और शिक्षक एमएलसी की तरह बुनकर एमएलसी का पद सृजित करने का वादा किया है। सपा ने जहाँ मुस्लिम प्रत्याशियों से दूरी बनाई वहीं कांग्रेस ने मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुपात में टिकट दिया है। सपा को मुसलमानों का यह अपमान बहुत महंगा पड़ेगा।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि आज कांग्रेस के बिना उत्तर प्रदेश में कोई भी सेकुलर सरकार नहीं बन सकती।
संवाद , अज़हर उमरी