लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए विभिन्न धर्मानुयाइयों ने एक स्वर से कहा कि जरूरतमंदों की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है। वक्ताओं ने रहीम के दोहे ‘‘देनहार कोई और है, देवत है दिन रैन, लोग भरम हम पर करें, याते नीचे नैन’’ विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि मदद किसी लालच में नहीं बल्कि ये सोच कर करनी चाहिए कि मदद करने वाला ईश्वर है, हम तो सिर्फ माध्यम मात्र हैं। वक्ताओं ने सी.एम.एस. छात्रों द्वारा ज़रूरतमंदों को कम्बल वितरण की सराहना करते हुए इसे बच्चों में सहायता की आदत डालने के लिए एक सराहनीय कार्य बताया।
बहाई धर्मानुयायी, प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने इस अवसर पर सभी वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मदर टेरेसा एवं दलाई लामा के सहायता के बारे में सन्देश पढ़े और सभी से जरूरतमंदों की मदद करने की अपील की। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि बच्चों में शुरू से ही मदद करने की भावना का विकास करें। विदित हो कि सी.एम.एस. का विश्व एकता सत्संग पिछले वर्षाे से लगातार आयोजित किया जा रहा है।
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