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शहंशाह शाहजहां के मज़ार पर चढ़ी 1331 मीटर लम्बी सतरंगी चादर 

तीन दिवसीय उर्स में कई गई अमन चैन की दुआ
आगरा। (डीवीएनए) शहंशाह शाहजहां के 367 वें उर्स के तीसरे दिन  खुद्दाम ए रोज़ा कमेटी की ओर से सतरंगी चादर शाहजहां औऱ मुमताज़ के मज़ार पर चढ़ाई गई। मंगलवार को ताजमहल का प्रवेश सभी के लिए निशुल्क रखा गया था। सुबह से लोगों के आने और जाने का सिलसिला जारी रहा। दोपहर बाद हज़ारों की भीड़ ताजमहल में देखी गई। इसके अलावा कव्वाली के साथ फ़ातिहा खवानी भी की गई। शहर के लगभग सहीं संस्थाओं की ओर से शहंशाह शाहजहां  के मज़ार पर चादर पोशी की गईं। इस बारे में और जानकारी देते हुए ताजमहल इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहिम हुसैन ज़ैदी ने बताया कोविड के बाद यह पहला उर्स है जिसमें सभी लोगों ने शिरकत की है। बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने चादरपोशी की है।
ढ़ोल नगाड़ों के साथ उर्स में शामिल हुए अकीदतमंद
शहंशाह शाहजहां के 367 वे उर्स के मौके पर शहर भर से अकीदतमंदों व सामाजिक संस्थाओं ने चादरपोशी की ढ़ोल नगाड़े के साथ लोगों अपनी अपनी चादर लेकर ताजमहल पहुँचे।
भीड़ ने की युवक की धुनाई
ताजमहल में उर्स के दौरान मुख्य मकबरे पर पहुँचकर एक युवक में आपत्तिजनक नारे लगाना शुरू कर दिया। जिससे गुस्साई भीड़ ने युवक को दबोच कर पीटना शुरू कर दिया। सूचना पर पहुँचे सीआईएसएफ के जवानों ने युवक को लोगों से बचाया।
सतरंगी चादर रही आकर्षण का केंद्र 
खुद्दाम ए रोज़ा कमेटी की ओर से हर बार सतरंगी चादर चढ़ाई जाती है। कमेटी के अध्यक्ष ताहिर उद्दीन ताहिर ने बताया कि उनके पिता ने यह चादरपोशी शुरू की थी। उनके बाद से यह कार्य वो खुद कर रहे हैं। इस बार1331 मीटर की लंबी हिंदुस्तानी सतरंगी चादर चढ़ाई गईं हैं। ताजमहल के पश्चिमी गेट से लेकर अंदर मकबरे तक लंबी चादर को अकीदतमंद हाथ मे थामे देखे गए।
गेट से एंट्री के लिए लगा रहा हुजूम
उर्स के तीसरे दिन ताजमहल में लोगों की काफी भीड़ रही। सभी प्रवेश द्वारों पर लंबी लंबी लाइनों में खड़े होकर लोगों ने ताजमहल में प्रवेश किया। लोगों का हुजूम अंदर बाहर लगा हुआ था।कोविड के बाद पहली बार ताजमहल में इतनी भीड़ नज़र आई है।
संवाद:- दानिश उमरी