आगरा। (डीवीएनए)राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा निर्देशों के अनुपालन में डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की आवासीय इकाई में आगामी सत्र 2022- 23 से स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों का संचालन प्रारंभ किया जाना है । इन पाठ्यक्रमों के संचालन की प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए आज विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा जी की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों एवं निदेशकों की एक बैठक संपन्न हुई ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रति कुलपति जी ने कहा कि आगामी सत्र से हमें आवासीय इकाई में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दिशा निर्देशों के अनुरूप स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों को लागू करना है ।
इसके साथ ही हमें यह भी प्रयास करना है कि आवासीय इकाई में छात्रों की संख्या में वृद्धि हो । प्रति कुलपति जी ने सुझाव दिया कि आवासीय इकाई में हमें कुछ इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम तैयार करने चाहिए ।
जैसे बी.ए. में प्रवेश से लेकर पीएच.डी. करने तक , अर्थात जब बच्चा बीए में प्रवेश ले तो उसे मालूम हो कि वह अब सीधे पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त करके यहां से निकलेगा ।
यदि इस तरह के इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे तो विद्यार्थियों का रुझान आवासीय इकाई की ओर निश्चित रूप से बढ़ जाएगा ।डीन अकादमिक प्रोफेसर संजीव कुमार ने सभी विभागाध्यक्षों और निदेशकों से अनुरोध किया कि वे 15 मार्च तक स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लें ।
इसके साथ ही यदि वे अपने विभाग में कोई नया सर्टिफिकेट , डिप्लोमा , स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ करना चाहते हैं तो उनके प्रस्ताव की पीपीटी भी 15 मार्च तक तैयार कर लें ।
सभी प्रस्तावों को कुलपति जी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा और कुलपति से अनुमति मिलने के बाद आवश्यकतानुसार बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठकें बुलाकर पाठ्यक्रमों की स्वीकृति ली जाएगी । इसके बाद विधिवत रूप से विद्या परिषद और कार्य परिषद से अनुमति प्राप्त कर आगामी सत्र से यह पाठ्यक्रम प्रारंभ कर दिए जाएंगे
उपस्थिति इस प्रकार रही –
प्रोफेसर सुगम आनंद प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव प्रोफेसर उमेश चंद्र शर्मा प्रोफेसर मीनाक्षी श्रीवास्तव प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर प्रोफेसर पीके सिंह प्रोफेसर अनिल गुप्ता प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह प्रोफेसर मोहम्मद अरशद प्रोफेसर मनोज उपाध्याय प्रोफेसर अचला गक्कड़ डॉक्टर रामवीर सिंह डॉक्टर अखिलेश सक्सेना डॉक्टर बृजेश तिवारी आदि उपस्थित रहे ।
संवाद:- दानिश उमरी