बुजुर्गों के दरबार से मुहब्बत व एकता के सबक की बदौलत इंसान में इंसानियत का जज़्बा पैदा होता है , विजय कुमार जैन
आगरा (डीवीएनए )ईदगाह कटघर कब्रिस्तान स्थित दरगाह पीर रमज़ान अली शाह चिश्ती साबरी रहमतुल्लाह अलैह के मजार ए मुकद्दस पर हुज़ूर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती संजरी सुम्मुल अजमेरी की छठवीं शरीफ के मौके पर गुलपोशी व फातिहा ख्वानी करके मुल्क के अमन चैन , हाजरीन मुरीदीन की फलाहियत की दुआ बारगाह में विजय कुमार जैन ने की । दरगाह पर विजय कुमार जैन ने दुआ के मौके पर कहा कि हुजूर गरीब नवाज़ की छठवीं शरीफ जिसमे अकीदतमंद अपनी मुरादों से अपने दामन को भरते हैं और फैज़ से सराबोर हो जाते हैं । बुजुर्गों की बारगाह से एकता और मुहब्बत का सबक मिलता है जिससे इंसान में इंसानियत का जज्बा पैदा होता है । छठवीं शरीफ में मुल्क के अमन चैन की दुआ के साथ आलमे इंसान को सुकून अता करने की खास दुआ की ।
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती संजरी सुम्मुल अजमेरी की छठवीं शरीफ में सर्वश्री सज्जादानशीन विजय कुमार जैन, अब्दुल सईद खान, अनिल दीक्षित, खलीफा अब्दुल जब्बार साबरी मुजफ्फरी, शाहनवाज साबरी, खलीफा रमज़ान खान साबरी , खलीफा सईद साबरी , इरफान साबरी, खलीफा जमील अहमद उर्फ दीपू साबरी, शकील साबरी, परवेज साबरी मुजफ्फरी, शेखू भाई, सतीश कुमार, हाशिम साबरी, कासिम साबरी, राकेश साबरी, उमेश चंदेल साबरी, रूपसिंह साबरी, आरिफ अब्बासी, प0 जगदीश प्रसाद शर्मा, खलीफा कल्लू साबरी, शोभित साबरी, गायत्री साबरी, सुषमा साबरी, माया देवी साबरी, विमला साबरी, सरोज साबरी, ममता दीक्षित , गुरुप्यारी साबरी, अंजू सिंह साबरी , इति साबरी आदि ने अपनी खिराजे अकीदत पेश करते हुए फातिहा ख्वानी में शिरकत की ।
संवाद , दानिश उमरी