आगरा ,बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय, आगरा के गृह विज्ञान विभाग में 4 मार्च से 10 मार्च तक “युवा सृजन सप्ताह“ का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य छात्राओं के शैक्षिक उत्थान के साथ-साथ उनकी अंतर्मुखी प्रतिभा को उजागर करना एवं उनके रचनात्मक कौशल को निखारना था। इसी उद्द्ेश्य को ध्यान में रखते हुए सर्वप्रथम स्नातक एवं परास्नातक छात्राओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग की
प्रत्येक छात्रा ने बड़े उत्साह के साथ प्रतिभाग किया ये प्रतियोगितायें एवं विजेतागण निम्न प्रकार से रहे-
विजेतागण
1. रंगोली प्रतियोगिता
प्रथम- पलक वार्ष्णेय, मोना
द्वितीय- नेहा वर्मा
तृतीय- अमृता सागर
2. व्यंजन प्रतियोगिता
प्रथम- शालू
द्वितीय- पूजा कुमारी, राखी
तृतीय- मोना कुमारी, श्रुति श्रीवास्तव
3. पोस्टर प्रतियोगिता प्रथम- नेहा वर्मा
द्वितीय- अमृता सागर
तृतीय- मोना
विभाग द्वारा प्रत्येक विजेता छात्रा कों ”सम्मान पत्र“ देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर डॉ. रेखा रानी तिवारी, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी आगरा, श्री अवधेश कुमार गुप्ता अध्यक्ष प्रबंध समिति व सचिव श्री मोहित गुप्ता जी मौजूद रहे।
युवा सृजन सप्ताह के अग्रिम आयोजन के तहत गृहविज्ञान विभाग द्वारा द्विदिवसीय ’’क्राफ्ट एवं प्रिंन्टिंग’’ पर आधारित कार्यशाला का आयोजन भी कराया गया, जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं को वस्त्रों पर रंगाई एवं छपाई की नवाचार तकनीकों से अवगत कराया गया, जो कि बहुत ही कम समय में व सबसे आसान तरीकों से तैयार की गई थी। इस कार्यशाला का आकर्षण ’डोकरा आर्ट’ था। जो आज की ष्ठमेज वनज व िॅंेजमष् की अद्भुत एवं आधुनिक कलाकारी है। ’डोकरा आर्ट’ के माध्यम से कछुआ व ऐन्टिक वर्क, बोतल पर करना सिखाया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्द्ेश्य छात्राओं को स्वरोजगार उन्मुख करना था, ताकि वे भविष्य में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रेसित हो सके। युवा सृजन सप्ताह के उद्द्ेश्य को निश्चित रूप से फलीभूत करने हेतु छात्राओं के शैक्षिक प्रयोगात्मक कार्य के उत्साहवर्धन के लिए विभाग में 11 मार्च को ’शिल्प एवं सृजन’ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन आगरा के त्भ्म्व् के कर-कमलो द्वारा कराया गया। प्रदर्शनी के मुख्य बिन्दु कलश सज्जा, थाल सज्जा, मास्क मेकिंग, ग्रीटिंग कार्ड, सॉफ्टटॉय, बुक-मार्क, कंबल, वस्त्रों पर छपाई कार्य, नर्सरी स्कूल के बालकों के लिये शिक्षण सामग्री एवं पर्यावरण संरक्षण सम्बंधित पोस्टर आदि प्रयोगात्मक कार्यों का प्रदर्शन कराया गया।
प्रदर्शनी में आयोजित सभी वस्तुओं को खरीदारी के लिए भी उपलब्ध कराया गया, महाविद्यालय के अन्य सभी विभागों द्वारा सभी प्रकार के सामानों की प्रशंसा की गयी, एवं इसकी मन से खरीदारी भी की, जिससे छात्राओं का उनकी कलाकृति के प्रति उत्साहवर्धन हुआ और छात्राओं को अपने भविष्य के लिऐ स्वरोजगार की एक नवीन दिशा की प्रेरणा मिली। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. पूनम सिंह के द्वारा छात्राओं के इस हस्तनिर्मित वस्तुओं को क्रय करने पर एक अच्छा प्लेटफार्म देने का आश्वासन भी दिया गया। छात्राओं ने अपने कार्य की प्रशंसा एवं बिक्री देखकर उसको अपने आगामी जीवन में स्वरोजगार स्वरूप बढ़ाने के लिये संकल्प लिया, प्राचार्या ने सभी छात्राओं को अपना आशीर्वचन दिया। प्रदर्शनी का विक्रय कार्य दूसरे दिन भी चलेगा।
उक्त समस्त कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीता गुप्ता, डॉ. अलका अग्रवाल, श्रीमती विधू अग्रवाल, डॉ. नूतन राजपाल, डॉ. अनुपम सक्सैना, डॉ. ममता अग्रवाल एवं तान्या सिंह के उचित मार्ग-दर्शन में सम्पन्न कराया गया।
संवाद , दानिश उमरी