अन्य

शब ए बारात, जुमा और होली के संबंध में इस्लामिक सेंटर ने जारी की एडवाइजरी

मिश्रित आबादी वाली मस्जिदों में नमाज के वक्त को थोड़ा बढ़ाने और मोहल्ले ही की मस्जिदों में जुमा अदा करने की अपील

फिरोजाबाद, शब ए बरात और होली के संबंध में इस्लामिक सेंटर मदीना कॉलोनी फ़िरोज़ाबाद ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए मौलाना आलम मुस्तफा याक़ूबी (सचिव इस्लामिक सेंटर फ़िरोज़ाबाद ) ने कहा की जुमा शब ए बरात और होली एक ही तारीख़ में होना यह एक इत्तेफाक की बात है, यह तीनों अवसर मुसलमानों और हिंदुओं के लिए ऐहतराम और खुशी के होते हैं, मुसलमान नमाज जुमा का विशेष एहतराम करते हैं, इसी तरह वह अपने मरहूम रिश्तेदारों के लिए दुआ और ईसाल ए सबाब के लिए शब ए बारात को क़ब्रिस्तान जाते हैं, होली का त्यौहार हिंदू भाइयों के लिए खुशी का होता है, 4 वर्ष पूर्व ऐसा हो चुका है कि जुमे के दिन होली का त्यौहार पड़ा था, हम सब एक साथ शहर में रहते हैं हम सब भाईचारे कौमी एकता पर अमल करते हैं इसलिए हमको चाहिए कि इस बार समझदारी होश मंदी से यह साबित करें कि हम सब अमन पसंद हैं और कानून का एहतराम करते हैं, मौलाना ने कहा 18 मार्च 2022 को जुमा शब ए बारात और होली को सामने रखते हुए उलेमाओं और इमामों से अपील करता हूँ कि देश की गंगा जमुनी तहजीब का खयाल करते हुए एक दूसरे के मजहबी जज्बात को याद रखें और जुमा अपने अपने मोहल्ले की मस्जिदों में ही अदा करें ,वह मसाजिद जो रोड पर हैं और जो मिश्रित आबादी में है उन मसाजिद में अगर नमाज 12:30 से 1:00 बजे के बीच होती है वहां 15 से 30 मिनट बढ़ा दें , शब ए बरात में मुसलमान अपने मरहूम रिश्तेदारों के ईसाले सबाब के लिए कब्रिस्तान मगरिब के बाद ही जाएं ,
मौलाना ने प्रशासनिक अधिकारियों से इन तीनों स्तरों पर चाक-चौबंद व्यवस्थाओं की भी अपील की है, विशेषकर नगर निगम और बिजली विभाग के अधिकारियों से कि वह सफाई और बिजली व्यवस्था अच्छी रखें, हमारे नौजवान कोई ऐसा काम न करें जिससे आपसी भाईचारा और सौहार्द व शांति भंग हो,
संवाद , अज़हर उमरी