आगरा। (डीवीएनए) डॉ० भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, समाज विज्ञान संस्थान के समाज कार्य विभाग ने मंगलवार 15 मार्च 2022 को “विश्व समाज कार्य दिवस” एवं “उपभोक्ता अधिकार दिवस” एक दिवसीय संगोष्ठी व प्रदर्शनी का आयोजन किया। पालीवाल पार्क कैंपस स्थित जुबली हाल में सुबह 10:30 बजे से हुई संगोष्ठी का विषय “भारत में उपभोक्ता अधिकारों की जागरूकता और संरक्षण” था।
इसका शुभारम्भ विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति मा. प्रो. अजय तनेजा जी ने मां सरस्वती जी की प्रतिमा एवं भीमराव आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करके किया । उनका कहना था कि प्लास्टिक प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। हम सभी को मिल-जुलकर इस पर काम करना है। उन्होंने डिजिटल पेमेंट के फायदे बताए और उसके प्रति सावधानियां बरतने पर बल दिया ।
डा. अरुण कुमार ने उपभोक्ता फोरम में अपनी शिकायत कैसे दर्ज करने समेत अन्य जरूरी बातों की जानकारी दी, जिससे मुकदमा दायर करते वक्त किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े । उन्होंने नेशनल हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने का तरीका भी बताया।
वेंकटेश्वरा कालेज के प्रोफेसर जितेन्द्र कालरा जी ने कहा कि समाज कार्य सिर्फ औपचारिक कार्य नहीं है, यह एक ऐसा कार्य है जो लोगों की समस्याओं का समाधान करने के साथ उनकी पीड़ा भी समझता है।
श्रीराम लेडी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सारिका कालरा जी ने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण लोग ठगी का शिकार होते हैं । लोगों में उपभोक्ता कानूनों के प्रति जागरूकता को प्राथमिक स्तर से ही बताना आवश्यक है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. अरविंद कुमार जी थे। उनका कहना था कि उपभोक्ता संतुष्टि बहुत जरूरी है। पैसे की कद्र करना आवश्यक है और ठगी होने पर चुप होकर न बैठें, तुरंत विधिक सहायता लें। कोरोना काल में डिजिटल लेन-देन की तरफ देश का रुझान बढ़ा है। साथ ही ठगी की समस्या भी सामने आ रही है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. आर. के. भारती जी ने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग नई समस्याओं को जन्म दे रहा है और सभी को इसके प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी ठगी का शिकार ना हों तथा सभी का आभार व्यक्त किया।
समन्वयक डॉ. मो. हुसैन ने कार्यक्रम का संचालन किया । उक्त संगोष्ठी में संस्थान के समस्त शिक्षक निदेशक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव, अविनय प्रसाद, प्रो. विनीता सिंह, प्रो. मीनाक्षी श्रीवास्तव, प्रो. दीपमाला श्रीवास्तव, प्रो. मो. अरशद , डॉ. राजीव वर्मा, डॉ. हरिओम और संस्थान के सभी छात्र / छात्रायें उपस्थित रहे।