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सन्त तुकाराम ने आजीवन जीवो पर दया करने का मार्ग बतायाःपण्डित जागेश्वर निर्मल

अजमेर । अजयमेरू सेवा समिति और पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के संयुक्त तत्वावधन में सन्त तुकाराम स्मृति दिवस के अवसर पर आर्य समाज संस्था सदर बाजार मून्दडी मौहल्ला के भवन में हवन यज्ञ सम्पन्न करवाते हुए अपने सत्संग प्रवचनो में आर्य समाज के विद्वान पण्डित और कवि जागेश्वर निर्मल ने कहा कि सन्त तुकाराम ने आजीवन जीवो पर दया करने की सीख दी।एडवोकेट हितेष मंगलानी और पण्डित जागेश्वर निर्मल ने हवन यज्ञ सम्पन्न करवाया और सत्संग प्रवचनो के माध्यम से सनत तुकाराम के जीवन से सम्बंध्ाित जानकारी प्रदान की।अजयमेरू सेवा समिति के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि महाराष्ट्र के सन्त तुकाराम 19 मार्च 1650 को देहू ब्रम्हलीन हुए।सन्त तुकाराम विठठल अर्थात श्री कृष्ण के परम भक्त थे और बताया कि सन्त किसी भी जाति विशेष से सम्बंध नही रखते हुए सम्पूर्ण जीवो को कल्याण का मार्ग बताते है। हवन यज्ञ में श्रीमती पुष्पा छतवानी,श्रीमती निर्मला हून्दलानी,रमेश लालवानी,हितेष मंगलानी,नितेश कुमार,चेतन मंगलानी,किशोर विधानी,सहित अन्य सम्मलित थे।प्रभु आराधना के भजन दादी चन्द्रा देवनानी द्वारा सुनाये गये।धन्यवाद रमेश लालवानी न ज्ञापित किया।शान्ति पाठ के पश्चात हवन यज्ञ के कार्यक्रम का समापन्न किया गया।
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी