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समृद्ध इतिहास का दर्पण है पुस्तक “अजमेर का कला वैभव”

 अजमेर में हुआ डॉ उर्मिला शर्मा की पुस्तक का विमोचन

अजमेर l देश की राजनीति और इतिहास का तो महत्वपूर्ण केंद्र रहा ही, यहां का कला वैभव भी पूरे देश में अनूठा है। कुछ ऐसे ही अनछुए पहलुओं से रूबरू कराती है पुस्तक “अजमेर का कला वैभव”। इस पुस्तक में जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों, उनकी कला, मूर्तिशिल्प, सिक्कों और शिलालेखों के बारे में जानकारी दी गई है।
अजमेर जिले की स्थापत्य और अन्य कलाओं पर आधारित एवं डॉ उर्मिला शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “अजमेर जिले का कला वैभव” का लोकार्पण रविवार को किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता इतिहासकार ललित शर्मा ने कहा कि क्षैत्रिय इतिहास से ही देश और प्रदेश का इतिहास समृद्ध होता है । शोध विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक एक मानक ग्रंथ के रूप में उपयोगी होगी । इस पुस्तक द्वारा अजमेर जिले की सर्वांगीण व नवीनतम जानकारी उपलब्ध होगी ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमतीअस्मिता सिंह तहसीलदार सांगानेर जयपुर , अध्यक्ष डॉ शोभा सुमन मिश्रा डायरेक्टर सेंट्रल एकेडमी अजमेर, विशिष्ट अतिथि श्रीमती धर्मजीत कौर अध्यक्ष अधीक्षक पुरातत्व विभाग राजस्थान जयपुर और संजय डाबी वेलफेयर कमिश्नर रहे। इस पुस्तक में अजमेर जिले के कला वैभव, संग्रहालय की मूर्तियों ,सिक्कों व शिलालेख ,अजमेर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी गई है। डॉ उर्मिला शर्मा वर्तमान में सेंट्रल अकैडमी कॉलेज में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत है। इस समारोह में जयपुर, मेवाड़, झालावाड़ एवं कोटा के इतिहासकर और संस्कृति प्रेमी उपस्थित रहे।
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी