आगरा । (डीवीएनए)ताज महोत्सव-2020 के तहत सूरसदन सभागार आज देशभक्ति के गीत-संगीत और नृत्य पर झूम उठा। भजनों पर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। श्री अरविंद का 150 वां जयंती वर्ष भी उल्लास से मनाया गया।
महापौर ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
श्रीअरविंद शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ महापौर नवीन जैन ने मां सरस्वती, श्रीमां, अरविंद एवं विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित कर किया।
मेयर ने दयाल के साहित्य को प्रेरणादायी बताया
इस मौके पर मेयर ने देशभक्ति के कार्यक्रम की सराहना की। दयाल के साहित्य से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिये। इस तरह के कार्यक्रम किए जाने चाहिए। उन्होंने ताज महोत्सव के आयोजन की सराहना की।
महर्षि अरविंद का राष्ट्रवाद की जरूरतः डा. सुनीता गर्ग
श्री अरविंद सोसाइटी आगरा की अध्यक्ष डा. सुनीता गर्ग ने श्री श्री अरविंद के राष्ट्रवाद, स्वतंत्रता आंदोलन और जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद साहित्यकार एवं गीतकार श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल के राष्ट्रभक्ति के गीत-भजन शुरू हुए।
सत्य धर्म चमको पर झूमे लोग
कनिष्का द्वारा राष्ट्रभक्ति के गीत- सत्य-धर्म चमको भारत में नृत्य की प्रस्तुति की प्रस्तुति पर सभागार झूम उठा। प्रियंका वधोतिया द्वारा- स्वतंत्रता के पंख मिले धरा को नृत्य पर लोग थिरकने लगे।
चुन-चुन माला गूंथूं पर मंत्रमुग्ध हुए लोग
मुकुल शर्मा द्वारा श्री दयाल के गीत- चुन-चुन माला गूंथूं, सद् गुरु पद –पंकज नित्य चढ़ाऊ से मंत्रमुग्ध कर दिया। अर्शा सत्संगी ने चल पथिक तू राह आज की और धरा भई धन्य, गांधी देव पधारे से लोगों का मन जीत लिया।
सुदामा चरित्र पर नाटक का मंचन
शानू अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, सीमा अग्रवाल, पायल, महक आदि कलाकारों ने अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, दर पै तुम्हारे सुदामा गरीब आया है… पर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और जय श्री राधे के जयकारे लगे।
देशप्रेम जागृत किया
तरुलिका वशिष्ठ ने उठ जाग जवानी भारत की… ईशानी गुप्ता ने जाति-वाद को छोड़ो यार के नृत्य ने एक बार सभागार में उपस्थित लोगों मे देश प्रेम को जागृत कर दिया।
विशेष आकर्षण जुगलबंदी
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण जुगलबंदी रही, जिसमे तबले पर संगत भानु प्रताप सिंह, सितार पर भंवर सिंह खींची और बांसुरी पर दीपक प्रभाकर ने मन के तारों को झंकृत कर दिया।
गजेंद्र सिंह लूट ले गए महफिल
वंदना वरुण ने भजन- मैं निर्धन हूं बिन प्रेम धन और समापन भारतीय संगीतालय के प्रधानाचार्य एवं वरिष्ठ शास्त्रीय गायक गजेंद्र सिंह ने – कोटि-कोटि प्रणाम दुर्गा महारानी से पूरी महफिल लूट ली।
साहित्यकार राजेंद्र मिलन ने श्रीअरविंद और श्री दयाल के जीवन के बारे में जानकारी दी। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत संजय अग्रवाल, रीना अग्रवाल, शानू अग्रवाल, पवित्रा अग्रवाल ने किया।
श्रीअरविंद शिक्षण संस्थान की सचिव पवित्रा अग्रवाल और शरद यादव ने आभार व्यक्त किया।
मीडिया प्रभारी कुमार ललित ने व्यवस्थाओं को संभाला। संचालन सौरभ पाल ने किया। उद्यमी और समाजसेवी कुलदीप ठाकुर ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर प्रमुख रूप से डा. सुषमा सिंह, रेखा कक्क़ड, ताज महोत्सव समिति के सदस्य मधुकर चतुर्वेदी, योग गुरु आचार्य गौरव, पवन, त्रिलोकीनाथ, राजकुमार बंसल, सीए राजीव जी, राष्ट्रीय क्रांति पार्टी की जिलाध्यक्ष सुनीता सिंह राजपूत, अनिल अग्रवाल, अनिल यादव, बीना शर्मा, रेखा यादव, राजन यादव, ज्योति यादव, रजत यादव आदि मौजूद थे।
संवाद:- दानिश उमरी