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राजधानी के एलोपैथिक अस्पतालों में यूनानी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध

नई दिल्ली,:  केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (के.यू.चि.अ.प.), आयुष मंत्रालय, भारत सरकार एलोपैथिक अस्पतालों में आयुष केंद्रों के संयोजन की योजना के तहत दिल्ली के चयनित एलोपैथिक अस्पतालों में यूनानी चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। ये सुविधाएं वर्तमान में डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में उपलब्ध हैं।

के.यू.चि.अ.प. के महानिदेशक प्रो. आसिम अली खान के अनुसार एलोपैथिक अस्पतालों में यूनानी चिकित्सा केंद्र स्थापित करने का उद्देश्य इस प्रणाली के माध्यम से उपचार लेने के इच्छुक मरीज़ों को एलोपैथिक अस्पतालों के छत के नीचे यूनानी उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके, यूनानी चिकित्सा का सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली में समाकलन हो और स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए सभी चिकित्सा प्रणालियों के बीच तालमेल हो। उन्होंने आगे कहा कि सामान्य बाह्य रोगी विभाग सुविधाओं के अतिरिक्त कुछ चयनित विकारों जैसे कि विटिलिगो (सफेद दाग), एक्जिमा, सोरायसिस (त्वचा रोग), गठिया, ब्रोन्कियल अस्थमा (दमा), साइनोसाइटिस, हेपेटाइटिस, मधुमेह इत्यादि का विशेष यूनानी उपचार भी इन केंद्रों पर उपलब्ध है।

डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में स्तिथ यूनानी चिकित्सा केंद्र 14 जनवरी, 1998 से चल रहा है, जबकि दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में यूनानी विशेषज्ञता केंद्र 01 नवंबर, 2010 को स्थापित किया गया था। सफदरजंग अस्पताल में यूनानी चिकित्सा केंद्र 13 सितंबर, 2019 से कार्यरत है।