भरगैन में हजरत सैय्यद नजीब हैदर मियां बरकाती ने रखी जामा मस्जिद की आधारशिला
बोले, मस्जिद बनाने के साथ ही बेहतरीन स्कूल और कॉलेज भी बनाएं भरगैनवासी
बच्चों को तालीम दिलाएं, शादी में फिजूलखर्ची रोकें
कासगंज। कस्बा भरगैन के मुहल्ला बीच थोक स्थित जामा-मस्जिद की रविवार को संगे बुनियाद (आधारशिला) रखी गई। मारहरा शरीफ की ऐतिहासिक खानकाहे बरकातिया के सज्जादानशीन हजरत सैय्यद मुहम्मद नजीब हैदर मियां नूरी बरकाती ने अपने मुबारक हाथों से बुनियाद की पहली ईंट रखी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
कस्बा भरगैन की जामा मस्जिद के आधारशिला के अवसर पर मकतब इस्लामियां चिश्तिया में आयोजित कार्यक्रम में सज्जादानशीन सैय्यद नजीब हैदर मियां ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस अकीदत के साथ मस्जिद की तामीर हो रही है, उसी तरह लोगों को नमाज का भी अहतराम करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह के करम से भरगैन अपने आप में सक्षम हैं। मस्जिद बनाने के साथ ही साथ बेहतरीन स्कूल और कॉलेज भी बनाए जाने चाहिए, जो कि समय की पुकार है। यहां के लोगों को इल्म की लौ जलाने में तन, मन, धन लगा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है। बच्चों को तालीम दिलाएं, शादी में फिजूलखर्ची रोकें। उन्होंने अपने संबोधन में सबसे अधिक बल शिक्षा पर ही दिया। समाजसेवी रिहान खान ने बताया कि हजरत नजीब मियां ने कहा है कि अगर भरगैन के लोग शिक्षा के क्षेत्र में अपने कदम आगे बढ़ाते हैं, तो हम हर तरह से आप लोगों के साथ हैं। इस दौरान जामा मस्जिद के पेश इमाम हाफिज गुलाम नबी, हाफिज मुहम्मद जुबैर अहमद खान, हाफिज नूर मुहम्मद अशरफी, हाफिज अब्दुल्ला खान, हाफिज खुशनवाज, हाफिज जमाल रजा, हाफिज मुहम्मद उमर, मौलाना अब्दुल माजिद, हाफिज हुसैन, हाफिज अनस, हाफिज मुहम्मद अली, मौलाना शाने अजमत, हाफिज मुहम्मद यूसुफ सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
संवाद , नूरुल इस्लाम