अजमेर । में इतिहास विभाग के तत्वावधान में एवं प्राचार्य डॉ. लक्ष्मीकान्त के निर्देशन में राजस्थान दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के इतिहास विभाग से सेवानिवृत्त डॉ. पी. एम. जैन रहे। डॉ. जैन ने अपने उद्बोधन में इतिहास का स्वर्णिम परिचय और इतिहास बताते हुए कहा कि राजस्थान निर्माण की प्रक्रिया को पूर्ण होने में सात वर्ष का लम्बा समय लगा। सात चरणों में इस निर्माण को पूर्ण किया गया।
प्राचार्य डॉ. लक्ष्मीकान्त ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया तथा अपने वक्तव्य में राजस्थान के रीति-रिवाजों, खान-पान, पहनावे, जीवन पर और वीर गाथाओं पर चर्चा करते हुए राजस्थान को अन्य प्रदेशों का सिरमौर बताया।
कार्यक्रम में डॉ. मो. रफीक खान, डॉ. महावीर प्रसाद, डॉ. प्रीति सिंह, श्री भूपेन्द्र जैसवाल, श्री प्रदीप कासनिया, सुश्री अलका शर्मा आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन इतिहास विभाग के व्याख्याता श्री कपिल कुमार ने किया तथा विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कसौटिया ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राजस्थान से सम्बन्धित जानकारी विद्यार्थियों को दी।
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी