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माह ए रमज़ान पर ख़ास

जानिये पांचवे रोज़े पर हुई किसी विलादत

आगरा। (डीवीएनए) इस्लाम के महीनों में से माहे रमज़ान को रहमतों औऱ बरकतों का महीना माना जाता है। इस माहे मुबारक में अल्लाह अपने बंदों पर करम फरमाता है। इसी माहे मुबारक में हज़रत मुहम्मद सल्ललाहो अलैहीवस्सल्लम ने नवासे शेर ए खुदा हज़रत अली के बड़े बेटे हसन इब्न अली का जन्म 5 रमज़ान अलमुबारक़( एक मार्च 624 ) को मदीना में हुआ।

इमाम हसन की पैदाइश की इत्तिला पर हजरत मुहम्मद सल्ललाहो अलैहीवस्सल्लम बीबी फातिमा के घर तशरीफ़ लाये और कहा कि मुझे बच्चे को दिखाओ आपने बच्चे का नाम हसन रखा, पैदाइश के सात दिन के बाद आप का अक़ीक़ा हुआ।

संवाद:- अज़हर उमरी