आगरा।आल इंडिया उलेमा बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व शाही इमाम जामा मस्जिद आगरा मुफ़्ती मुदस्सिर खान ने कहा रोज़दार के द्वारा किये गए सवाल के जबाब में कहा कि रोज़ा रखकर गर्म पानी में नमक मिलाकर कुल्ली व गरारा नहीं कर सकते हैं। नमक का स्वाद पेट तक पहुंच जाएगा लिहाजा सिर्फ गर्म पानी से कुल्ली व गरारा किया जा सकता है। अगर दातून करते वक्त मिस्वाक का रेशा पेट में चला गया तो इससे रोज़ा नहीं टूटेगा। अगर कोई शख्स रोज़े को जानबूझ कर छोड़ दे तो उस पर वाजिब है कि या तो साठ रोजे रखे या साठ मिस्कीनो को खाना खिलाए या एक गुलाम आजाद करे।
अगर रोजा रखना सेहत लिए नुकसानदेह हो सकता है तो रोजा ना रखें। सेहत ठीक हो जाने पर कजा रोजा रखें।