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उत्पीडन को लेकर पत्रकारों का धरना


बलियां प्रशासन और सिढपुरा पुलिस की कार्यप्रणाली से फूटा खबरनसीबों का गुस्सा
एक सैकडा से अधिक पत्रकारों ने कलेक्टट्रेट कार्यालय पर दिया धरना
डीएम, एसपी, एडीएम, एएसपी, सीओ के आश्वासन पर समाप्त हुआ पत्रकारों का धरना,
प्रशासन ने सिढपुरा थानाध्यक्ष को मात्र घंटे के अंदर हटाने का दिया भरोसा

कासगंज। जनपद के खबरनसीबों का आज गुस्सा बलिया प्रशासन और कासगंज जिले की सिढपुरा थाना पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ फूट गया। इस दौरान जिलाधिकारी हर्षिता माथुर को अलग अलग दो मांग पत्र सौंपकर पत्रकार उत्पीड़न को रूकने की मांग उठाई।
दरअसल ये नारेबाजी करते कासगंज जिलाधिकारी कार्यालय की ओर कदम दर कदम बढाते जा रहे ये, कोई समाजसेवी, राजनीतिज्ञ लोग नहीं हैं, बल्कि ये सभी चौथे स्तभ यानि पत्रकार है। यूपी भर में हो रहे पत्रकारों के उत्पीड़न के विरोध सडक पर उतार आये हैं और नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कासगंज हर्षिता माथुर के दफ्तर के मुख्य द्वार पर बैठ गये। जहां उन्होंने एक ज्ञापन राज्यपाल को संबोधित डीएम को सौपकर बलिया प्रशासन द्वारा झूठे मुकदमे में फसाये गये पत्रकारों को तत्काल रिहा कराये जाने की मांग रखी। साथ ही कासगंज जिले के सिढपुरा थाना में बालू खनन माफिया द्वारा पत्रकार के खिलाफ कराये गयें मकदमें में तत्काल एफ आर लगाने की मांग की। साथ ही पत्रकार का मुकदमा दर्ज कराकर सिढपुरा थानाध्यक्ष को हटाये जाने की मांग की, प्रशासन के आश्वासन के बाद पत्रकारों का गुस्सा शांत हुआ। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रामनरेश चौहान और जिलाध्यक्ष संजीव कुमार बौबी के मुताबिक एसपी ने पत्रकार की तहरीर पर सिढपुरा थाना पुलिस तत्काल अभियोग दर्ज करने और 24 घंटे के अंदर थानाध्यक्ष विनोद यादव को हटाने का आश्वासन दिया है। अगर 24 घंटे के अंदर थानाध्यक्ष को हटाया नहीं गया तो, कमिश्नर के दफ्तर पर जाकर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन धरना देगी।

संवाद। नूरुल इस्लाम