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सेवक बनो , सेवा करो , आर्चबिशप राफी

पवित्र ब्रहस्पतिवार पर विशेष प्रार्थना सभा व रक्तदान शिविर आयोजित

आगरा,, ईसा मसीह की शिक्षा और दर्शन आज भी प्रासंगिक है, वे हमें निरंतर क्षमा और सेवा करने के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन देते है, प्रभु ईसा ने अपने शिष्यों के साथ किये गए अंतिम भोज के दौरान अपने शिष्यों के पैर धोकर हमारे सम्मुख सेवा का उज्जवल आदर्श रखा है , महाधर्माध्यक्ष डॉ राफी मंजिली निष्कलंक माता महा गिरजाघर मैं लोगों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे ,ईसाई पंचांग के सबसे पवित्र समय के दौरान पवित्र बृहस्पतिवार पर नगर के सभी गिरिजा घरों में प्रभु ईसा की दुख भोग संबंधी घटनाओं की याद की गई, सेंट मैरी चर्च प्रतापपुरा में पल्ली पुरोहित फादर स्टीफन ने मुख्य पूजा चढ़ाई, मुख्य प्रवचन फादर लुईस खेस ने दिया , प्रवचन के बाद 12 लोगों के पैर धोए और लोगों से सेवाभाव अपनाने का आग्रह किया,
आगरा महाधर्मप्रांत के मीडिया प्रभारी फादर मून लाजरस के अनुसार सेंट मेरीज़ चर्च, छावनी स्थित सेंट पैट्रिक्स चर्च व शास्त्रीपुरम स्थित सेंट थॉमस चर्च में पवित्र बाइबल से प्रभु ईसा का दुख भोग पाठ ,12 शिष्यों के पैर धोने की परंपरा तथा पवित्र परमप्रसाद की स्थापना कि धर्मविधि संपन्न हुई, सभी गिरजा घरों में दीन दुखी, निर्धन वह कोरोना वायरस पीड़ित लोगों की सहायतार्थ दान एकत्र किया गया, जिसे जरूरतमंद लोगों को दिया जाएगा, विगत सप्ताह 3 अप्रैल को सेंट पीटर्स कॉलेज में एस एन मेडिकल कॉलेज के सौजन्य से एक रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ईसाई युवक युवतियों ने भाग लिया, सभी गिरजा घरों में दीन दुखी व निर्धन लोगों की सहायतार्थ दान एकत्रित किया गया ,जिसे जरूरतमंद लोगों को दिया जाएगा,
क्रिश्चियन समाज सेवा सोसायटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने बताया कि शुक्रवार चर्च में रोजा और परहेज़ का दिन है ,रोजा रखने का नियम सभी वयस्कों पर लागू होता है, इस दिन सभी चर्चाओं में मध्यान्ह ने 3:00 बजे से प्रार्थना व सांयकाल क्रूस का रास्ता होगा,उन्होंने सभी से पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेने और स्वेच्छापूर्वक दान दक्षिणा देने की अपील की है,


संवाद , दानिश उमरी