40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में माखुपुरा ट्रेंचिंग ग्राउंड को किया साफ
आगरा।माखुपुरा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जून 2022 के अंत तक लिगेसी वेस्ट से निजात मिलने की संभावना है। शहर को लिगेसी वेस्ट (पुराना एवं प्रत्यक्त कूड़ा) के कार्य में गति लाने के लिए एक ट्रोमल मशीन एवं दो पुज्जोलाना मशीन की मदद से कार्य किया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रोमल मशीन एवं पुज्जोलाना मशीन की मदद से लिगेसी वेस्ट से आरडीएफ ( रिफ्यूज डिराइव फ्यूल ) एवं मिट्टी को अलग किया जा रहा है। पिछले दिनों जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अंश दीप व नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार और एडीए आयुक्त श्री अक्षय गोदारा ने ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया और अब तक किए गए कार्यों से संतुष्टि जाहिर की थी। उल्लेखनीय है कि तीन मशीनों की मदद से कार्य किए जाने से लिगेसी वेस्ट की सफाई तेज गति आई है। वहीं कचरे की सफाई के दौरान निकलने वाले आरडीएफ (जलने वाला कूड़ा ईंधन) का सीमेंट फैक्ट्रियों में उपयोग किया जा रहा है। लिगेसी वेस्ट से निकलने वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल ईंधन के रूप में उपयोग होने लगा है। एक दिन में 22 सौ से 24 सौ क्यूविक मीटर लिगेसी वेस्ट निस्तारण किया जा रहा है। 3 लाख 60 हजार क्यूविक मीटर कचरे से लगभग 25 प्रतिशत आरडीएफ निकलेगा। कचने के निस्तारण से लिगेसी वेस्ट (पुराना एवं प्रत्यक्त कूड़ा) से निजात मिलने लगी है। साथ ही नगर निगम को बहुमूल्य जमीन भी खाली एवं समतल भूमि प्राप्त होगी जिस पर हरियाली आदि लगाकर शहर के वातावरण को शुद्ध हवा प्राप्त होगी। वहीं एनजीटी के निर्देशों की भी पालना की जा सकेगी। यहां से निकलने वाले आरडीएफ की नियमित सप्लाई श्री सीमेंट में की जा रही है। अब तक 5 हजार मैट्रिक टन आरडीएफ दे दिया गया है।
40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र किया साफ
माखुपुरा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 3 लाख 60 हजार क्यूबिक मीटर कचरा साफ करने हेतु प्लांट स्थापित किया गया है। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर लिगेसी वेस्ट के निस्तारण के लिए एक ट्रोमल मशीन एवं दो पुज्जोलाना मशीन स्थापित की गई है। नियमित रूप से पुराने एवं प्रत्युक्त कूड़े के निस्तारण से निजात मिलने लगी है। सफाई के दौरान निकलने वाले आरडीएफ का उपयोग सीमेंट फैक्ट्रियों में होने लगा है। कचरे की सफाई से 40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र साफ हो गया है। यहां पर निकलने वाली गुड अर्थ को डालकर भूमि को समतल किया जा रहा है। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरे के निस्तारण से आस पास का वातावरण शुद्ध होने लगा है। वर्तमान में अजमेर शहर में लगभग 250 टन कचरा प्रतिदिन उत्पन्न हो रहा है और उसे ट्रेंचिंग ग्राउंड में डाला जा रहा है। मशीन के द्वारा पुराने कूड़े से आदि ज्वलनशील पदार्थ को अलग करते हुए मिट्टी और कंक्रीट को अलग-अलग किया जा रहा है। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर टोमल (मशीन) से 25 एमएम से ऊपर के कचरे एवं 25 एमएम से नीचे के कचरे को अलग-अलग किया जा रहा है। 25 एमएम से कम वाले कचरे को पुन: 6 एमएम वाले ट्रोमल में डालकर 6 एमएम से कम का कचरा खाद्य एवं रिफ्लिंग के रूप में काम में लिया जाएगा। 25 एमएम से अधिक के कचरे में प्राप्त उपयोगी वस्तु जैसे प्लास्टिक, कागज आदि को उपयोग के अनुसार ठेकेदार द्वारा ही निस्तारित किया जाएगा। शेष रही मिट्टी को ट्रेंचिंग ग्राउंड में ही बिछाकर समतल किया जा रहा है।
संवाद। मोहम्मद नज़ीर क़ादरी