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सवाब और नेकी का ज़रिया हैं इफ्तार पार्टियां : बबलू मियां

ज़ीशान के पहला रोज़ा रखने पर हुई रोज़ा कुशाई

मैनपुरी: रमजान के महीने में रोजेदारों के लिए नेकियां कमाने का बेहतरीन मौका है। इसी कड़ी में रोजेदारों को इफ्तार कराना भी सवाब के दायरे में आता है। इस नेकी को कमाने के लिए हर मुसलमान बढ़चढ़ शिरकत करता है।
मैनपुरी मोहल्ला छपट्टी निवासी मोहम्मद आज़म के छोटे साहबजादे मोहम्मद जीशान ने पहली बार रोजा रखा जिसमें
खानकाहे रशीदिया के सज्जादा नशीन अब्दुल रहमान चिश्ती बबलू मियां ने रोजा कुसाई शिरकत के दौरान बताया
इबादत का महीना रमजान सवाब हासिल करने और खुदा से नजदीकी बढ़ाने का बेहतरीन जरिया है। जहां इस महीने में अल्लाह तआला रोजेदारों की दुआओं को खाली नहीं जाने देता तो वहीं की गई नेकियों का 70 गुना सवाब अता करता है। ऐसे में कौन होगा जो इस नेमत को न पाना चाहता हो। नेकियों की इस कड़ी में इफ्तार पार्टियां भी शामिल हैं। जिनका एहतमाम करके लोग सवाब कमाना चाहते हैं। अपनी हैसियत को देखते हुए मुसलमान इफ्तार पार्टियों के आयोजन करते हैं। इसका खास मकसद रोजेदार का रोजा खुलवाना होता है। कुछ न हो तो एक खजूर से भी रोजा खुलवा देना अल्लाह की दी गई नेकियों में शुमार है। रोजा इफ्तार में मोहम्मद असलम,हाजी उमर सिद्दीकी, अकबर कुरेशी प्रतिनिधि चेयरमैन भोगांव, जहीन अहमद जिला सूचना अधिकारी,नूरूल इस्लाम,नफीस अहमद चांदनी, साकिब अनवर, इमरान चौधरी, हाजी गुलाम अफान मियां, मोहम्मद नावेद खान ,नसीर अली, मोहम्मद इरशाद,शमीम भाई,रिंकू,बबलू भाई ,मुन्ना ,अमन,राशिद अहमद, अर्सलान नूर,असद नूर तमाम लोग मौजूद रहे.।
संवाद , नूरुल इस्लाम