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सर्वधर्म की एकता के लिए पीर साहब ने अपना सारा जीवन लगा दिया , विजय कुमार जैन

जश्न ए उर्स में सर्वधर्म के लोगो ने शिरकत करके चादरपोशी गुलपोशी करके मुल्क के अमन चैन की दुआ की

आगरा , ईदगाह कटघर कब्रिस्तान स्थित दरबार ए मरकज मुर्शिद हज़रत रमज़ान अली शाह चिश्ती साबरी रहमतुल्लाह अलैह के जश्न ए उर्स के मुबारक मौके पर मजार शरीफ का गुस्ल शरीफ़ गुलाब जल से अकीदतमंदों और मुरीदों के बीच कराया गया। संदल इत्र पेश करके चादरपोशी गुलपोशी की गई ।
फातिहा ख्वानी के हाजरीन की फलाहियत और मुल्क के अमन चैन की खास दुआ दरबार में करते हुए दरगाह पीरजादा विजय कुमार जैन ने कहा कि पीर साहब ने अपना सारा जीवन सर्वधर्म की एकता के लिए समर्पित कर दिया । सभी को एकता और मुहब्बत का पैगाम देते रहे । आज उनके दिए पैगाम और एकता की शिक्षा पर चलने की सख्त जरूरत है । इस मौके पर 12 साल के बच्चे ने 11 महीने में कुरान शरीफ हिफ्ज ( कंठस्थ ) करने पर दस्तार बंदी करके हौसला अफजाई की गई । जश्न ए उर्स के मौके पर रोजा इफ्तार कार्यक्रम में भी सर्वधर्म के लोगों ने शिरकत करके रोजा इफ्तार किया । रोजा इफ्तार करने से पहले दुआ करते हुए विजय कुमार जैन ने कहा कि रोजेदार के साथ इफ्तार करने से रोजे का सबाब हासिल होता है । रोजे का मकसद सभी चीजों से रूक जाना होता है । और रब की बारगाह में हर पल इबादत से रब की बारगाह खुश होती है और रोजेदार को उसका इनाम अता किया जाता है । नमाज के बाद लंगर का आयोजन हुआ जिसमें सभी धर्मो के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया ।
जश्न ए उर्स में शिरकत करने वालों में हाफिज इस्लाम कादरी, हाफिज कामिल रज़ा कादरी, वक्फ निदेशक गुलाम मुहम्मद, रिजवान कुरैशी, खलीफा अब्दुल जब्बार साबरी मुजफ्फरी, सूफी परवेज आलम साबरी, खलीफा रमज़ान खान साबरी, खलीफा जमील अहमद साबरी, खलीफा सईद साबरी, खलीफा कल्लू साबरी, राकेश चंदेल साबरी, उमेश चंदेल साबरी, जगदीश प्रसाद शर्मा, नवीन कुमार जैन, इरफान साबरी, अब्दुल सईद आगाई, रूपसिंह साबरी, हाशिम साबरी, कासिम साबरी, सरोज बाथम साबरी, गायत्री देवी साबरी, विमला साबरी, शिवानी साबरी आदि मौजूद रहे ।
संवाद , फैज़ान उद्दीन नियाज़ी