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आयुष्मान कार्ड बनाने को आज से चलेगा अभियान
4 मई से 18 मई 2022 तक चलेगा आयुष्मान पखवाड़ा


पात्र छूटे हुए परिवारों को उपलब्ध कराए जाएंगे आयुष्मान कार्ड

आगरा। (डीवीएनए)आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए 4 मई से विशेष अभियान शुरू हो रहा है। 18 मई तक चलने वाले इस आयुष्मान पखवाड़े में कैंप लगाकर छूटे हुए पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 4 से 18 मई तक चलने वाले आयुष्मान पखवाड़े में पात्र परिवारों को योजना के प्रति जागरूक करते हुए आयुष्मान कार्ड कैंप तक लाने एवं अधिकतम पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनवाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।इस अभियान में ऐसे परिवारों को लक्षित किया जाएगा, जिनमें एक भी आयुष्मान कार्ड उपलब्ध नहीं है।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नोडल अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि ने बताया कि पखवाड़े के दौरान सभी शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अतिरिक्त अन्य सार्वजनिक स्थानों जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनवाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय,राशन डीलर की दुकान आदि पर आयुष्मान कार्ड कैंप का आयोजन किया जाएगा। यहां पर लक्षित लाभार्थियों की सूची को चस्पा किया जाएगा और लाभार्थियों को कैंप तक लाकर उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड और राशन कार्ड लाना अनिवार्य होगा।
डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि जनपद में आयुष्मान योजना के 8.92 लाख लाभार्थी हैं, इनमें से अब तक 2.15 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। अब बचे हुए लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के उद्देश्य से विशेष पखवाड़े में काम किया जाएगा।
लक्षित परिवारों को प्रेरित करते हुए कैंप में लाने तथा आयुष्मान कार्ड बनवाने पर आशा और आरोग्य मित्र को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

ये मिलेगा लाभ
डॉ. गुप्ता ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित परिवारों को प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड होना आवश्यक है।

संवाद:- दानिश उमरी