पवित्र कुरआन शरीफ में ब्लड मनी ना दे सकने पर माफ करने की बात कही गई है : मौलाना उसमान लुधियानवीं
लुधियाना, लुधियाना की ऐतिहासिक जामा मस्जिद से शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवीं ने साऊदी अरब के बादशाह मुहम्मद बिन सलमान के नाम साऊदी अरब में कैद सजा-ए-मौत के कैदी पंजाब के बलविंदर सिंह के लिए माफी की अपील करते हुए अरबी भाषा में एक पत्र ईमेल के माध्यम से भेजा। उन्होने कहा कि इस मौके पर हम सभी पंजाबीयों को एकजुट होकर अपने-अपने मुताबिक बलविंदर सिंह की रिहाई के लिए परिवार की मदद करनी चाहिए। शाही इमाम मौलाना उसमान लुधियानवीं ने बताया कि जामा मस्जिद की तरफ से अरबी भाषा में साऊदी वली अहद व साऊदी सरकार के मुखी शहजादा मुहम्मद बिन सलमान को यह अपील की गई है कि हम उनके देश की इंसाफ की प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी किए बिना साऊदी सरकार से अपने पंजाबी भाई के लिए माफी की अपील करते है। शाही इमाम ने कहा कि पवित्र कुरआन शरीफ में एक बेगुनाह इंसान के कातिल को पूरी इंसानियत का कत्ल बताया गया है और कुरआन शरीफ में ब्लड मनी (कसास) लेकर कातिल को रिहा करने की बात के साथ-साथ यह भी हुक्म दिया गया है कि अगर पीडि़त के घर वाले कातिल को माफ कर दें तो यह सबसे नेकी का काम है। शाही इमाम ने कहा कि हम साऊदी सरकार के साथ-साथ कत्ल होने वाले व्यक्ति के घर वालों से भी अपील करते हैं कि वे माफी का ऐलान करके रब की रज़ा हासिल करें। शाही इमाम ने कहा कि लुधियाना जामा मस्जिद में कल शाम ही मीडीया चैनल पंजाबी लोक के जगदीप सिंह की खबर से पता चला कि सिर्फ पांच दिन बाकी है, अगर ब्लड मनी ना दी गई तो सजा पर अमल हो सकता है। शाही इमाम ने कहा कि हमारी दुआ और पूरी कोशिश है कि बलविंदर सिंह की सजा-ए-मौत का हुक्म ना सिर्फ रद्द किया जाए बल्कि उनको रिहा कर वापिस उनके परिवार में भेज देना चाहिए।