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अजमेर में आर्ट गैलरी ओर इन्क्यूवेशन सेंटर : ढांचा तैयार

अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सूचना केंद्र में इन्क्यूवेशन सेंटर और आर्ट गैलरी का निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। एलजी एवं प्लस जी प्लस-टू का ढांचा बनकर तैयार हो गया है।
3.85 करोड़ रूपये की लागत से स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने के लिए इन्क्यूवेशन सेंटर और कलाकरों के लिए जी प्लस टू इन्क्यूवेशन सेंटर एवं आर्ट गैलरी निर्माण किया जा रहा है। जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अंश दीप व नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। ग्राउंट फ्लोर में दो आर्ट गैलरी का निर्माण किया जाएगा। लगभग 150 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में एक आर्ट गैलरी बनकर तैयार होगी। यहां पर स्टोर रूम, वेटिंग एरिया, टॉयलेट ब्लॉक एवं पेंट्री की सुविधा होगी। प्रथम तल पर आर्ट गैलरी के लिए एक हॉल और व्यवसायिक ऑफिस एवं गेस्ट रूम का प्रावधान रखा गया है। सैकंड फ्लोर पर कॉन्फेंस हॉल और ऑफिस कैबिन एवं इन्क्यूवेशन सेंटर और टॉयलेट ब्लॉक है। यहां पर दो लिफ्ट की सुविधा प्रदान की गई है।
नये विचारों के व्यावसायीकरण को मिलेगा बढ़ावा
स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इन्क्यूवेशन सेंटर कहा जाता है। आमतौर पर स्टार्ट अप्स को व्यापारिक एवं तकनीकी सुविधाओं, सलाह, प्रारंभिक विकास इत्यादि सुविधा मिलेंगी। इन्क्यूवेशन सेंटर का उद्देश्य उद्यमशिलता प्रतिभा को विकसित करने और नये विचारों के व्यावसायीकरण को बढ़ावा देना है। इन्यूवेशन सेंटर में डीओआईटी से स्टार्ट अप को मार्ग दर्शन मिल सकेगा। रिको भी स्टार्ट अप को बूस्ट करने के लिए उपयोग में ले सकेंगी। इन्क्यूवेशन सेंटर एवं आर्ट गैलरी का निर्माण के तहत द्वितीय तल पर कॉन्फ्रेंस हॉल, गेस्ट रूम और ऑफिस बनाया जाना है।
आर्ट गैलरी का मिलेगा लाभ
कलाकारों के लिए आर्ट गैलरी का निर्माण किया जा रहा है। नये भवन में दो स्ट्रेचर लिफ्ट का भी प्रावधान रखा गया है। इसी प्रकार आर्ट गैलरी के लिए बन रहे नवनिर्मित भवन में दो लिफ्ट की सुविधाएं होंगी। कलाकार अपनी कलाकृतियों को लाने ले जाने में लिफ्ट का उपयोग कर सकेंगे। जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। आर्ट गैलरी कलाकृतियों को कला प्रेमियों तक पहुंचाने में मददगार साबित होगी।

संवाद। मुहम्मद नज़ीर क़ादरी