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अजमेर शरीफ़ दरगाह कमेटी के सदस्य सय्यद बाबर अशरफ ने देशवासियों से अमन की अपील की औऱ महाराणा प्रताप सेना पर कार्यवाही की मांग

अज़मेर । शहंशाह ए हिंद ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलेह के दरबार को लेकर किया गया दावा आखिरकार झूठा निकला जिसे लेकर मुस्लिम समाज वे कई संस्था एकजुट हो गई
महाराणा प्रताप सेना पर कार्यवाही की मांग…. इस संबंध में दरगाह कमेटी के सदस्य सय्यद बाबर अशरफ साहब का कहना है कि पूरी दुनिया में अमनो आमान भाईचारगी के लिए मशहूर ख्वाजा साहब का दर 850 साल पुराना है यहां जितनी अकीदत के साथ मुसलमान अपनी मुरादे लेकर पहुंचते हैं उतनी ही अकीदत के साथ गैर मुसलमान भी उम्मीद के साथ मुराद लेकर ख्वाजा के दर पर पहुंचते हैं। हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के हर धर्म के मानने वाले प्रतिदिन यहां आते हैं और ख्वाजा साहब के दर पर हाजिरी लगाते हैं मुरादे मांगते हैं। ख्वाजा साहब के दर से कोई भी खाली नहीं जाता यहां सबकी मुरादें पूरी भी होती है। यह दरबार हिंदू मुस्लिम एकता और हिंदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब का शानदार मिसाल है
दरगाह कमेटी से जुड़े वकीलों की टीम से सलाह मशवरा कर रहे हैं और बहुत जल्द देश की शांति को भंग करने दो समाजों को आपस में लडाने और देश में विध्वंस फैलाने की नीयत से किए गए इस प्रकार के लोगो कि ओछी मानसिकता दिखाई दे रही हैं सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए महाराणा प्रताब सेना ने ऐसा कृत्य किया हैं
कहा कि ख्वाजा साहब के दर को लेकर विवाद पैदा करना तुच्छ और संकीर्ण मानसिकता का प्रतीक है ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए

संवाद। मो नज़ीर क़ादरी