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फिल्मों में पहले संगीत की अहम भूमिका थी आज बदलते ज़माने का संगीत है- रूप कुमार राठौर

आगरा। हुनर हाट से मिल रही है संगीत को अपनी पहचान गायकों को मिल रहा है सामने आने का मौका पहले प्लेबैक सिंगर ऐसी नाम को पूरा कर रहे थे। सामने आने का मौका कम मिलता था। यह कहना था आगरा हुनर हाट में अपनी प्रस्तुति देने आए रूप कुमार राठौर औऱ उनकी पत्नी सोनाली राठौर का जब वो टाइम ऑफ ताज के संवाददाता से रूबरू होते हुए बता रहे थे कि आज कल बदलाब का दौर है। संगीत में भी बदलाव ज़रूरी है। पहले गायक पर्दे के पीछे रहता था। लोग उन्हें पहचान भी नहीं पाते थे। लेकिन आज लोग जल्दी उरूज पर पहुँच जाते हैं। मीडिया का दौर है
संगीत की बात करें तो जैसा कि रहमान साहब के गाने जय चोपड़ा जी की फिल्मों में संगीत को अलग मुकाम दिया जाता है।

बेब सीरीज़ पर दी अपनी राय

आज कल बनने वाली बेब सीरीज़ जो सेंसर नहीं होती जिसकी वजह से उन्हें परिवार के साथ नहीं देखा जा सकता है। बच्चों के साथ देखने में डर लगता है कि कहीं कुछ अप शब्द न आ जाये।

आज के संगीत को बताया ज़माने का बदलाव

पहले फिल्मों में संगीत की एक अलग भूमिका होती थी। अब संगीत नए जमाने का है जिस तहर कपड़े बदले जाते हैं, बालों का स्टाइल बदला जाता है। खाने का स्टाईल बदला जाता है। या शायरी का अंदाज़ हो सभी में बदलाव होता है जोकि ज़रूरी है।

हुनर हाट से मिल रही है संगीत को पहचान
देश भर में आयोजित होने वाला हुनर हाट संगीत को अपनी पहचान दिला रहा है। लोग यहां पुराने गायकों को सुनकर संगीत का आनंद ले पा रहे हैं। यह एक अच्छी पहल है।

संवाद:-दानिश उमरी