भागलपुर /छपरा :जे पी विश्वविद्यालय, छपरा के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर फारूक अली ने आज सिवान जिला के जीरादेई स्थित भारतवर्ष के प्रथम राष्ट्रपति भारत- रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद के पैतृक निवास स्थान का भ्रमण किया जिसे भारतीय पुरातत्व एवं भूसर्वेक्षण विभाग ने धरोहर घोषित किया है।
डॉक्टर फारूक अली ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के पैतृक निवास स्थान के भ्रमण के दौरान विभिन्न यादगार सामग्रियों एवं वस्तुओं का निरीक्षण किया जिसमें प्रथम राष्ट्रपति के जीवन काल ,चंपारण सत्याग्रह, राष्ट्रपति काल की अवधि तथा बाद के जीवन को चित्रों एवं भित्ति चित्र के माध्यम से दर्शाया गया है।
कुलपति ने उक्त स्थल का निरीक्षण करते हुए कहा कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि हमारे जेपी विश्वविद्यालय के परिधि में जीरादेई जैसा अतुल्यनीय तथा प्रेरणादायक स्थल मौजूद है जो गौरवान्वित का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि प्रथम राष्ट्रपति के पैतृक स्थान को देखकर मैं धन्य हो गया, ये स्थल प्रेरणा का स्रोत है।
ज्ञातव हो कि सिवान के जीरादेई में भारत के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को हुआ और उनका स्वर्गवास 28 फरवरी 1963 को हुआ था। वे संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। डॉ राजेंद्र प्रसाद ने यहां से ही शिक्षा क्षेत्र में तथा स्वतंत्रता संग्राम काल में उत्कृष्ट और अतुलनीय योगदान दिया जिसका इतिहास साक्षी है।