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नफ़रत और हिंसा से भरे माहौल में ऐसी खबरें दिल को सुकून देने वाली हैं

झांसी के पूनम वस्त्रालय में आधी रात को भीषण आग लगती है,परिवार गहरी नींद में है तभी रऊफ,जुनैद,ज़ुबेर और ज़ैद पूनम वस्त्रालय के मालिक और उनके परिवार की जान बचाने के लिए खुद की जान की परवाह किए बिना आग मे कूद पड़ते हैं।

आखिर अपनी जान जोखिम में डाल कर भीषण आग का मुकाबला करते हुए पूनम वस्त्रालय के मालिक और उनके परिवार की जान बचा लेते हैं।
चारों जांबाजों को सम्मानित किया गया है इंसानियत की मिसाल पेश करने के लिए।

अपने लिए तो सभी जीते हैं,ज़िंदगी तो वो है जो वक्त पड़ने पर दूसरों के काम आ जाए।