हीटवेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
धूप में अनावश्यक घर से बाहर न निकलने की दी सलाह
तबियत बिगड़ने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर दिखाएं
आगरा। (डीवीएनए) इन दिनों लू चल रही है। अधिकतम तापमान 45 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के आसपास रह रहा है। ऐसे मे स्वास्थ्य विभाग ने हीटवेव (लू) को लेकर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में एडवाइजरी जारी कर दी है। अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने के लिए कहा है और तबियत बिगड़ने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक को दिखाने की सलाह दी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस, आईवी फ्ल्यूड इत्यादि का पर्याप्त स्टॉक करा दिया गयाहै और मानव संसाधन को अलर्ट कर दिया गया है। महामारी की दशा में रैपिड रिस्पॉन्स टीम का भी गठन कर दिया गया है।
सीएमओ ने बताया कि हीटवेव (लू) के कारण शरीर की कार्यप्रणाली प्रभावित हो जाती है जिससे मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए इससे बचाव बहुत ही जरूरी है। एएनएम प्रशिक्षण केंद्र की प्रभारी डॉ. सलोनी सिंह ने बताया कि इस वक्त धूप में जरूरत होने पर ही निकले। जब भी धूप में घर से बाहर निकले तो पानी पीकर और शरीर को पूरा ढ़कने वाले कपड़े पहनकर निकले। इसके साथ ही धूप में छाते का उपयोग करें। इस वक्त तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। तबीयत खराब होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर संपर्क करें।
-लू लगने पर ये करें
लू लगे व्यक्ति को छाया/ पंखे/ कूलर के सामने लिटाएं
- शरीर का तापमान कम करने के लिए शरीर, गर्दन, सिर और पेट पर ठंडे पानी से गीला किया कपड़ा रखें
- – व्यक्ति को ओ.आर.एस. का घोल , छाछ या शर्बत पिलाएं
- यदि आराम न मिले तो उसे तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं
लू से ऐसे करें बचाव - कड़ी धूप में अनावश्यक घर से बाहर न जाएं
- – धूप में ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनकर निकलें
- पौष्टिक आहार खाकर और पेय पदार्थ साथ रखकर ही घर से निकलें
- – गर्मी में हल्का भोजन करें और उसमें कच्ची प्याज, सत्तू व दही जरूर शामिल करें
- पानी, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, आम का पन्ना, फलों के जूस, बेल का शर्बत और नारियल के पानी का सेवन करें
- – मौसमी फल जैसे- तरबूज, ककड़ी, खरबूजा, खीरा और संतरा का अधिक से अधिक सेवन करें
- बच्चों को धूप में पार्क किए वाहन में अकेला न छोड़े
- – कड़ी धूप में अत्यधिक शारीरिक श्रम करने से बचें और थोड़े-थोड़े अंतराल पर विश्राम लें
- पशुओं को छाया में बांधें और उन्हें पर्याप्त पीने का पानी दें
- किसी भी सहायता के लिए इन नंबरों पर फोन करें
- एंबुलेंस 108
- पुलिस 100/112
- राहत आयुक्त कार्यालय 1070
संवाद:- दानिश उमरी