राजनीति

किसानों के हित पर डाका डालने वाली हर ताकत के विरुद्ध आवाज़ उठाएँगे और उन का जम कर विरोध करेंगे – कीर्ति पाठक

अज़मेर । आम आदमी पार्टी अजमेर संभाग द्वारा राज्य सभा चुनाव की प्रक्रिया में हो रही बाड़बंदी और आरोप प्रत्यारोप के मद्देनज़र एक प्रेस वार्ता रखी गयी।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए अजमेर संभाग की समन्वयक कीर्ति पाठक ने कहा कि आज के समय में जनता के मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता रखने वाली एकमात्र पार्टी – आम आदमी पार्टी राज्य सभा चुनाव की प्रक्रिया में चल रही horse trading पर काफ़ी करीबी से नज़र रखे हुए है और विभिन्न राजनैतिक पार्टियों द्वारा आज़माए जा रहे पैंतरों का मुखरता से विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज जब राजस्थान से बाहरी प्रत्याशियों को राज्य सभा में भेजने का मुद्दा संज्ञान में आया तो राजस्थान में पार्टी ने विभिन्न पहलुओं को बारीकी से स्टडी किया और जानकारी प्राप्त की |
राजस्थान के चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा जी ने इस पर संजीदगी से कार्य करते हुए कुछ उपलब्ध जानकारियों को ट्विटर के माध्यम से जनता तक लाने का कार्य किया जिस पर राजस्थान की एक प्रादेशिक पार्टी ने ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू की |
प्रभारी महोदय ने कोई नाम नहीं लिया था सो हम प्रतिक्रिया में सिर्फ ये कह सकते हैं कि – चोर की दाढ़ी में तिनका।
प्रादेशिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धमकियों और अनर्गल प्रलाप से सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देनी आरम्भ कर दी |
आम आदमी पार्टी का इस विषय में सिर्फ इतना ही रिएक्शन है –

  • पार्टी प्रभारी जी ने किसी को नाम ले कर इंगित नहीं किया |
  • जो स्थानीय पार्टी स्वतः संज्ञान ( sou moto ) ले कर प्रलाप कर रही है उसे चोर की दाढ़ी में तिनका होना कहते हैं |
  • जिस मीडिया प्रत्याशी के लिए उक्त स्थानीय पार्टी इतना उद्वेलित हो रही है उसी मीडिया द्वारा किसान आंदोलन के दौरान हमारे अन्नदाता , हमारे परिश्रमी किसानों को – खालिस्तानी , आतंकवादी , कानून तोड़ने वाला आदि कहा गया था जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता |
  • ये स्थानीय पार्टी आज उन्हीं मीडिया के प्रत्याशी के साथ खड़े हो कर राजस्थान के जाटों और किसानों का अपमान कर रही है।
    अंत में कीर्ति पाठक ने दृढ़ता से कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा से किसान भाइयों के साथ थी , है और रहेगी और किसानों के हित पर डाका डालने वाली हर ताकत के विरुद्ध आवाज़ उठाएगी और उन का जम कर विरोध करेगी।

संवाद। मो नज़ीर क़ादरी