मोदी का पुतला जलाया, राष्ट्रपति के नाम मेमोरेंडम भेजा गया
जालंधर ।पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और भाजपा नेता नवीन जिंदल के द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर मस्जिद ए कुबा खांबड़ा में प्रधान मज़हर आलम मजाहिरी (पत्रकार) की अध्यक्षता में प्रोटेस्ट रैली निकाली गई।
इस अवसर पर अलाउद्दीन चांद, अब्दुल कयूम ठेकेदार, अयूब जोहरी, अली हुसैन इदरीसी, नदीम सलमानी, अल्पसंख्यक मोर्चा जालंधर के प्रधान अब्दुल मन्नान खान, आम आदमी पार्टी के जिला वाइस चेयरमैन मो. शाहरुख खान, मस्जिद गाढा के प्रधान मुख्तार आलम, मस्जिद फतेहपुर जमशेर के प्रधान लियाकत गुर्जर, गुलजार, मो. आमिल, मो. शरीफ, गौसिया मस्जिद के इमाम मौलाना तालिब रजा, प्रधान रजा ऐ मुस्तफा, मो. आलमगीर, अकबर बादशाह पुर,किताब उद्दीन,तबरेज आलम, मो. साबिर, माजिद, मो. साबिर मुल्ला,खुर्शीद व अन्य मौजूद थे।
इस दौरान मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम मेमोरेंडम ए.डी.सी.पी सोहेल कासिम मीर को सौंपा गया।
वही एडीजीपी सिटी-1 हरपाल सिंह, एसडीएम भुल्लर, डीएसपी रविंद्र सिंह और थाना सदर के एसएचओ अजायब सिंह ने सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे और हर तरह के हालात से निपटने के लिए सीआरपी की दंगा रोधक दस्ता काफी तादाद में मौजूद थे।
इस अवसर पर मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने कहा कि हर मुसलमान पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब से अपनी जान, अपने मां-बाप और दुनिया की हर चीज से ज्यादा मोहब्बत करता है और उनकी इज्जत व अजमत करता है। मजहर आलम ने कहा कि कुछ दिनों से इस्लाम धर्म पर मौखिक हमले हो रहे हैं और पैगम्बर मोहम्मद साहब के बारे में नापाक जुबानों से गुस्ताखी की जा रही है। यह हर मुसलमानों के लिए ना काबिले बर्दाश्त है। जिससे मुस्लिम समुदाय एवं समस्त शान्तीप्रिय नागरिक विल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकते जिसकी हम कड़ी निन्दा करते हुए यह मांग करते है कि ऐसे असामाजिक तत्वों जो देश की शान्ती अमन व नाई चारे के लिए खतरा हो। ऐसे लोगों को जल्द से जल्द गिरफतार करके कानूनी कार्यवाही करें व आगे कोई व्यक्ति किसी भी समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाता है। उसके विरूद्ध फांसी का कानून बनाये जाने की मांग करते हैं ।
क्योंकि सच तो ये है कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने ही औरत को उसका हक और मुकाम दिलाया है और मजहब इस्लाम ने ही यह पैगाम दिया है कि किसी और मज़हब के गुरुओं और विद्वानों को बुरा ना कहा जाए। यह कुरान ए करीम में लिखा है, जिसकी तालीम आज कितनी बुलंद और रोशन है, आज उसी मज़हब के खिलाफ साजिश और नफरत का माहौल बनाया जा रहा है।
इसलिए समूह मुस्लिम भाईचारे के लोग आप से मांग करते हैं कि ऐसे शरारती लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेजा जाए ताकि मुसलमानों को भी इंसाफ मिल सके।
संवाद। मज़हर आलम