एटा, उत्तर प्रदेश और झारखंड में पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब सल्ललाहु अलैहि वसल्लम पर हुई नापाक टिप्पणी के बाद हुए रोष प्रदर्शनों में झारखंड और उत्तर प्रदेश प्रशासन ने इंसाफ से काम न लेते हुए न सिर्फ निहत्थे लोगो पर गोली चलाई बल्कि जुर्म साबित हुए बगैर घरों पर बुल्डोजर चलाया जा रहा है जो कि साफ-साफ कानून और इंसाफ के नाम पर अत्याचार और अपराध है, आल इंडिया उलेमा एंड मशाइख़ बोर्ड के जिला अध्यक्ष अजमल खान ने माननीय राष्ट्रपति जी से मांग की है कि गोली चला कर रांची में कत्ल कर दिए गए मुदस्सिर और साहिल के कातिलों पर मुकदमा दर्ज किया जाए । अजमल खान ने कहा है कि देश में आए दिन हो रहे इंसाफ के कत्ल को रोका जाए, उन्होने कहा कि देश में कानून सभी के लिए बराबर है लेकिन कानून और इंसाफ स्थापित करने वाले लोग अब पक्षपात करते नजर आ रहे है जो कि अफसोस की बात होने के साथ-साथ आने वाले दिनों में राष्ट्र के लिए अच्छी नहीं साबित होने वाली, जिन गुंडों को आज धर्म के आधार पर छूट दी जा रही है वो कल को सभी को अपना निशाना बनाने में देर नहीं लगाएंगे।
खान ने कहा कि देश में डर कर माहौल बनाने वालों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होने कहा कि झारखंड रांची में हत्या मुदस्सिर और साहिल पर गोली चलाने वाले पुलिस वालों के खिलाफ मुकद्दमा होना चाहिए। अजमल खान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस द्वारा आरोपी बनाए जाने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अदालत में जुर्म साबित हुए बगैर उनके घरों पर बुल्डोजर चलाना गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरेआम कानून की धज्जियां उड़ा रही हैं। राष्ट्रपति जी से गुजारिश करते हैं कि जो भी राज्य सरकार कानून को अपने हाथ में लेकर अल्पसंख्यकों के खिलाफ माहौल बना रही हैं उन्हें बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि देश में इंसाफ का कत्ल रोका जाना चाहिए।
संवाद , अज़हर उमरी