देश के युवा फौजी बनेंगे – किसी के चौकीदार नही
अज़मेर । आम आदमी पार्टी द्वारा केंद्र सरकार की अंबानी अडानी चौकीदार योजना “अग्निपथ” का आप कार्यकर्ताओं द्वारा काली पट्टी बांधकर पुरानी आरपीसी से कलेक्ट्रेट तक शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया व ज़िला कलेक्टर ना होने की स्थिति में कलेक्टर ऑफ़िस के बाहर धरना देते हुए उन को ज्ञापन देने हेतु प्रतीक्षा की गयी।
अजमेर संभाग coordinator कीर्ति पाठक ने बताया कि 4 साल बाद देश के युवा को 26 वर्ष की उम्र में बुजुर्गों की श्रेणी में खड़ा करने की योजना बनाने वाली, साल के 365 दिन में से सिर्फ़ 100 दिन की रोज़गार गारंटी देने वाली और बाक़ी के 265 दिन उन के लिए मूक रहने वाली , देश के युवा को सड़क पर हिंसात्मक विरोध के लिए motivate करने वाली राजनैतिक पार्टियों का विरोध है।
केंद्र सरकार की काली योजना का विरोध है जो युवा को ज़बरदस्ती short term commission से बांधना चाहती है। युवाओं को आँकड़ों की तरह काम में लेने का विरोध है।
उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी प्रतिबद्ध है बेरोज़गार युवा के साथ कंधे से कंधा मिला कर सड़क पर दृढ़ता और संयम के साथ लड़ाई लड़ने को। आम आदमी पार्टी अहिंसात्मक आंदोलन की पोषक है और युवाओं को नौकरियाँ देने और संविदाकर्मियों को नियमित बनाने की दिशा में सतत कार्यरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना अड़ानी और अम्बानी सहित भाजपा कार्यालय को trained security guard उपलब्ध करवाने और केंद्र सरकार की जुमलेबाज़ी के लिए आँकड़े उपलब्ध करवाने के अलावा कुछ नहीं है। ये देश के युवा को छब्बीस साल की उम्र में बुजुर्ग बनाने की साज़िश मात्र है।
अग्निपथ योजना के विरोध के साथ में यह विरोध उस सरकार के खिलाफ है जिसने देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है
विरोध प्रदर्शन के दौरान दीपक गुप्ता, मीना त्यागी , गोपाल शर्मा , आफाक अली, हेमंत गहरवार , रमेश टहलानी ,त्रिवेंद्र पाठक , कल्पित हरित, प्रदीप जैन , रवि बालोटिया , प्रशांत मिश्रा, दिनेश गोयल, राजवीर सिंह ,मनीष मल्होत्रा ,हेमलता, जितेंद्र पारीक, भास्कर शर्मा, मंत्र रेहलानी,भावेश अग्रवाल, रवि मैघानी, अभिनव सरसार, शैलेष वर्मा, गोपाल शर्मा, लॉकेश शर्मा, राकेश, दीपक, अमन, राजेन्द्र खतावत, कालू, जितेश महेश्वरी, विकास संतेहला, शामिश कने, नदीम मोइन, आदि कार्यकर्ताओं का सक्रिय योगदान रहा।
कलेक्टर ऑफिस के सामने धरना देने का उद्देश्य था कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जब ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट परिसर पहुँचे तो कलेक्टर गैर मौजूद थे। प्रशाशन द्वारा लगातार Adm city को ज्ञापन देने का दबाव बनाया जाता रहा परंतु ज्ञापन केवल कलेक्टर को देने की मांग को लेकर सभी कार्यकर्ता सांकेतिक धरना देते हुए कलेक्टर ऑफिस के गेट पर ही बैठ गये।
कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर की गैरमौजूदगी को लेकर किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना न तो प्रकाशित द्वारा दी जाती है और ना ही उनकी अनुपलब्धता को लेकर कोई जानकरी होती है अगर कलेक्टर जिला मुख्यालय छोड़कर कहीं जा रहे हैं तो उन्हें यह सूचना लोगों को कलेक्टर परिसर के बाहर या किसी अखबार के माध्यम से देनी चाहिए जिससे मिलने आने वाले आमजन को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
संवाद। मो नज़ीर क़ादरी