- छात्रों को जीविका के लिए नहीं जीवन में व्यवहार के लिए तैयार करें- अवनीश भटनागर
आगरा, सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कमला नगर ,आगरा के नवीन आचार्य विकास वर्ग में विद्या भारती के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अवनीश जी भटनागर ने अपने उदबोधन में कहा कक्षा शिक्षण में शिक्षण सहायक सामग्री का प्रयोग अवश्य करें सहायक सामग्री के उपयोग से हमारी ज्ञानेंद्रियां हमें सीखने में मदद करती हैं। हम भाषा शिक्षण में छात्रों को भाषा शिक्षण और लिखना सिखाते हैं भाषा को लिखकर, सुनकर, पढ़कर ,समझाना चाहिए। प्रयोगशाला को म्यूसियम न बनाएं अधिकतम प्रयोग करें। पुस्तकालय का नियमित प्रयोग होना चाहिए जहां शिक्षक और विद्यार्थी बैठकर अपना ज्ञान वर्धन कर सकें जिसमें जो गुण हैं उनमे वृद्धि हो सके। प्रयोगशाला तथा पुस्तकालय विद्यालय की समृद्धि का उदाहरण है इसका संरक्षण, प्रयोग, संवर्धन, भी होना चाहिए इससे सीखे हुए की पुष्टि होती है ।सारा ज्ञान अन्तरनिहित है हमें तो बस वातावरण बनाना है। शिक्षा का कार्य इसे उदघाटित करना है।इस हेतु छात्र के स्तर पर आकर ही शिक्षण करना चाहिए क्योंकि हर छात्र का शैक्षिक स्तर अलग-अलग है इस आधार पर उनमे भेद नहीं कर सकते छात्रों से आत्मीयता का संबंध बनाएं जिससे वहL न्यूनतम लर्निंग आउटकम तक पहुंचे।हमे छात्रों को जीविका नही जीवन के व्यवहार हेतु तैयार करना है । छात्र में उत्कंठा जाग्रत करें।तब वह स्वयं ही सीखने लगता है। विद्यालय के प्राचार्य कृष्णकांत द्विवेदी बताया कि इस विकास वर्ग में आचार्य संसद, हस्तलिखित पत्रिका, शारीरिक परीक्षण व लिखित परीक्षा हुई जिसमें आचार्यों ने अति उत्साह से भाग लिया। वर्ग में हुई विभिन्न परीक्षाओं का परिणाम घोषित किया गया व प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में श्री अशोक शर्मा ,श्री प्रमोद वर्मा जी, श्री प्रहलाद जी ,श्री रामप्रसाद जी ,श्री लोकेश्वर सिंह जी,(सभी प्राचार्य) विद्यालय प्रबंध समिति के श्री संतोष गुप्ता , श्री विजय गोयल जी ,श्री मुरारी प्रसाद अग्रवाल ने विचार प्रकट किए ।कार्यक्रम का संचालन श्री कृष्ण कांत द्विवेदी ने किया भारतीय शिक्षा समिति के मंत्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने आभार प्रकट किया वर्ग की व्यवस्थाओं में श्री नवनीत गोलेछा ,श्री राजेश गुप्ता ,श्री कपिल लवानिया,श्री सुजीत मलोनिया,श्री मयंक शर्मा,श्री तुषार गर्ग ,श्री शिवेंद्र यादव ,श्रीमती रजनी गुप्ता ,श्री भूपेंद्र राघव, श्री उदल सिंह , जितेंद्र दिवाकर जी ,जितेंद्र राघव,श्री नीरज तिवारी,ने मुख्य भूमिका निभाई
संवाद। फैज़ान उद्दीन नियाज़ी