लखनऊ, आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश के सभी १८ मंडलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों व अन्य प्रमुख ज़िम्मेदार लोगों की बैठक में पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने व जनाधार के विस्तार के काम को और तेजी से बढ़ाने के दिशा–निर्देश दिए।
मायावती ने कहा कि विरोधी शक्तियों के साम‚ दाम‚ दण्ड‚ भेद आदि के अलावा जातिवादी संकीर्ण हथकंडों आदि के दुरपयोग से बसपा को मिलने वाला जनसमर्थन सही समय पर वोट में ट्रांसफर होने से रह जाता है‚ जिसको ध्यान में रखकर पार्टी को काफी सजग होकर काम करना है।
पार्टी पदाधिकारियों को हर विपरीत परिस्थिति से निपटने के साथ मिथ्या प्रचार आदि से चुनाव के समय लोगों को भटकने से बचाना होगा। एक समुदाय विशेष को खासकर गुमराह होने से बचाना होगा। .
राष्ट्रपति चुनाव पर मायावती ने कहा कि बसपा का अनुसूचित जनजाति समाज की द्रौपदी को समर्थन देने का फैसला किसी व्यक्ति अथवा पार्टी विशेष की बजाय उपेक्षित एसटी समुदाय के बसपा के अभिन्न अंग होने के नाते ही लिया गया है। बसपा का यह स्वतंत्र फैसला सत्ताधारी एनडीए के पक्ष में या विपक्षी यूपीए के विरुद्ध नहीं है। उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर फैल रहे आक्रोश का संतोषजनक समाधान निकालने की केंद्र सरकार से मांग भी की।