राजनीति

भ्रामक खबरें दिखाने वाले चैनलों का लाइसेंस हो रद्द- शाहनवाज़ आलम

लखनऊ। मोदी सरकार के इशारे पर मीडिया के एक हिस्से द्वारा तथ्यों को गलत संदर्भों में प्रसारित कर राहुल गांधी और कांग्रेस की छवि खराब करने की कोशिश निंदनीय है। ऐसे चैनलों के खिलाफ़ सख़्त कार्यवाई करते हुए उनका लाइसेंस खारिज कर देना चाहिए। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने स्पीक अप कार्यक्रम की 53 वीं कड़ी में कही।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि तथ्यों को गलत तरीके से प्रसारित करना नागरिकों के सही सूचना पाने के अधिकार का हनन है। इसलिए यह मामला सिर्फ़ किसी एक व्यक्ति या पार्टी की छवि खराब करने का नहीं बल्कि नागरिकों को भ्रमित करने और ठगने का है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मिलावटी अनाज खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वैसे ही गलत तथ्यों वाली खबरों का प्रसार भी समाज के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि पहले संघ और भाजपा यह अफवाहें अपने कार्यकर्ताओं से फैलवाती थी लेकिन अब यह काम मीडिया का एक हिस्सा कर रहा है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसार पर ही टिकी पार्टी है। दुनिया के किसी भी देश में झूठ पर टिकी कोई और पार्टी नहीं है।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि भारत का संविधान दुनिया का एक मात्र संविधान है जो राज्य को वैज्ञानिक चेतना के विकास की ज़िम्मेदारी देता है। लेकिन जबसे भाजपा की सरकार आई है मीडिया अफवाह और अंधविश्वास फैलाने का माध्यम बन गयी है। जिससे सीधा फायदा भाजपा को होता है। उन्होंने एडिटर्स गिल्ड जैसी संस्थाओं के कागज़ी संगठन भर रह जाने को भी दुखद बताया।

संवाद। अज़हर उमरी