राजनीति

लोकदल के नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे का पार्टी मुख्यालय पर स्वागत


लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे का राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित स्वागत समारोह में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। कार्यकर्ताओं ने दुबे को फूलमालाओं से लाद दिया। उन्हें अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी तथा एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। तथा राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चौधरी जयन्त सिंह का उनके मनोनयन के लिए आभार व्यक्त किया। स्वागत समारोह का संयोजन युवा रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल व संचालन राष्ट्रीय लोकदल उ0प्र0 के सदस्यता अभियान प्रभारी सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने किया।
राष्ट्रीय लोकदल उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष मंजीत सिंह ने कहा कि श्री दूबे का स्वागत करते हुये कहा कि वे पाटी के कार्यकर्ताओं के साथ साथ आम जनता के सुख दुख में हमेशा खड़े रहते हैं और लम्बे समय से पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार कर रहें हैं। उनके राष्ट्रीय प्रवक्ता बनने से पार्टी संगठन को मजबूती मिलेगी।  
वरिष्ठ नेता हाजी वसीम हैदर ने श्री अनिल दुबे को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाये जाने पर खुशी का इजहार करते हुये कहा कि श्री दुबे ने पार्टी के विभिन्न पदों पर रहकर अपने पद के दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से किया। उनके मनोनयन से कार्यकर्ताओं में उत्साह जगा है।
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव आरिफ महमूद ने कहा कि चौधरी साहब ने दूबे जी को राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेंदारी देकर पूर्वांचल के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया है और उनका मनोनयन आम कार्यकर्ता का सम्मान है।
कार्यक्रम के संचालन करते हुये श्री सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि रालोद नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे का व्यक्तित्व ऐसा है कि जिससे पद सुषोभित होता है उनके मनोनयन से राष्ट्रीय प्रवक्ता पद की गरिमा बढ़ी है।
स्वागत समारोह के संयोजक रोहित अग्रवाल ने कहा कि श्री दुबे के राष्ट्रीय प्रवक्ता बनने से नौजवानों में खुशी की लहर है और इनके बनने से राष्ट्रीय लोकदल को मजबूती मिलेगी। इनका संघर्षो से भरा जीवन हम नौजवानों के लिए प्रेरणादायी है।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख नेताओं में मनोज सिंह चौहान, बी0एल0 प्रेमी, मौलाना एम0ए0 आरिफ, रमावती तिवारी, प्रमोद पटेल, चन्द्रकांत अवस्थी, रणविजय मौर्य, प्रमोद शुक्ला, महेश पाल धनगर, शफीक सिददीकी, जगजीवन राम, सोनू जिया, रोहित, वीरेन्द्र तोमर, मनोहर मौर्य, अर्जुन वर्मा, विश्वनाथ यादव ने अपने विचार रखे।

संवाद। अज़हर उमरी