- डाॅ. अग्रवाल की दाे कृतियाें का हुअा लाेकार्पण
- समाराेह में खूब जमा साहित्यिक रंग
- संपत सरल ने खूब हॅसाया ताे रघुरामन ने सिखाए जीने के फंडे
अजमेर।साहित्यिक अाैर पत्रकारिता जगत के लिए गुरुवार का दिन अजमेर में खास बन गया। शहर के जवाहर रंगमंच पर एक साथ कई रंग देखने काे मिले। यहां पत्रकारिता की राह में नई राेशनी की तरह दाे नई पुस्तकें लाेकार्पित हुई ताे साहित्यिक हास्य व्यंग्य का तड़का भी लगा, मैनेजमेंट के साथ माेटिवेशनल संदेश भी सुनाए गए ताे जन्मदिवस की मिठास भी पूरे अायाेजन के दाैरान जमी रही। माैका था दैनिक भास्कर के स्थानीय संपादक अाैर साहित्यकार डाॅ. रमेश अग्रवाल की दाे पुस्तकाें चकल्लस अाैर सिटी रिपाेर्टिंग के लाेकार्पण अाैर नागरिक अभिनंदन का..। इस गरिमामयी कार्यक्रम में बताैर मुख्य अतिथि भास्कर में प्रकाशित मैनेजमेंट फंडा के स्तंभकार, माेटिवेशनल स्पीकर अाैर वरिष्ठ पत्रकार एन रघुरामन ने शिरकत की। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता हास्य व्यंग्य के मशहूर कवि संपत सरल ने की। कार्यक्रम का संचालन वर्तिका शर्मा ने किया।
डाॅ. रमेश अग्रवाल के 68 वें जन्मदिवस पर अायाेजित इस कार्यक्रम की शुरू दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। दाे चरणाें में हुए इस अायाेजन में अतिथियाें एन रघुरामन, संपत सरल अाैर डाॅ. रमेश अग्रवाल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। सबसे पहले डाॅ. रमेश अग्रवाल के संपूर्ण व्यक्तित्व पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई। फिर केक काट कर डाॅ. अग्रवाल का जन्मदिन मनाया गया। इसके बाद पुस्तक चकल्लस का परिचय मशहूर गजलकार गाेपाल गर्ग ने दिया। वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र गुंजल ने पुस्तक सिटी रिपाेर्टिंग की संक्षिप्त समीक्षा के साथ पत्रकारिता के लिए नए विजन अाैर नए दाैर की पत्रकारिता की राह दिखाती इस पुस्तक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद मुख्य अतिथि एन रघुरामन, अध्यक्ष संपत सरल अाैर दाेनाें पुस्तकाें के लेखक डाॅ. रमेश अग्रवाल ने पुस्तकाें का लाेकार्पण किया। चकल्लस के लाेकार्पण के वक्त कार्टूनिस्ट रामबाबू माथुर भी मंच पर माैजूद थे। कार्यक्रम के दाैरान डाॅ. रमेश अग्रवाल के ब्लाॅग, अार्टिकल्स सहित साहित्यिक रचनाअाें काे लेकर तैयार की गई वेबसाइट का लाेकार्पण भी किया गया।
बच्चाें के कैरेक्टर बनाईएं, कॅरियर खुद बन जाएगा- एन रघुरामन
इस माैके पर मुख्य अतिथि एन रघुरामन ने बच्चाें के कॅरियर के बजाय कैरेक्टर बनाने की बात कही। उन्हाेंने अपने बचपन के एक किस्से के जरिये बताया कि बच्चाें कब प्राेत्साहित करना अाैर कब उन्हें टाेकना चाहिए। प्राईमरी टीचर बच्चाें के कैरेक्टर बदलते हैं। कैरेक्टर से ही कैरियर बनता है। उन्हाेंने कहा कि यह डाॅ. रमेश अग्रवाल का कैरेक्टर ही है कि इतने सालाें बाद भी उन्हें काेई रिटायर नहीं हाेने देना चाहता। एन.रघुरामन ने बच्चाें काे अच्छा नागरिक अाैर बेहतर इंसान बनाने के लिए 10 प्वाइंट बताए।
यह बाेले कार्यक्रम के अध्यक्ष
हास्य व्यंग्य के कवि संपत सरल ने अपने अंदाज से जमकर माहाैल बनाया। उन्हाेंने अपने चुटिले व्यंग्याें से राजनीति से लेकर सामाजिक तानेबाने तक जमकर निशाना साधा। उन्हाेंने अपनी रचना हम जिस शहर में रहते हैं के जरिए सिस्टम पर करारा व्यंग्य किया। उन्हाेंने डाॅ. रमेश अग्रवाल के सरकारी सेवा में नहीं जाने पर कहा कि जिस न्याय काे पाने में 11 साल लग गए एेसे सिस्टम में क्या जाना, अच्छा हुअा अाप सरकारी सेवा में नहीं गए। उन्हाेंने कवि सम्मलेनाें के कई किस्से भी साझा किए।
पत्रकार की कलम तीखी अाैर बाेली मीठी हाेनी चाहिए- डाॅ. रमेश अग्रवाल
इस माैके पर वरिष्ठ पत्रकार अाैर साहित्यकार डाॅ. रमेश अग्रवाल ने अपने जीवन के संघर्षाें सहित अपने अनुभवाें के जरिये माैजूद लाेगाें काे दिशा दिखाई। उन्हाेंने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन एक पुस्तक हाेता है। हर बुजुर्ग काे पुस्तक लिखना ही चाहिए। दुनिया का ज्ञान पुस्तकाें के जरिए ही पीढ़ी दर पीढ़ी पहुंचा है। उन्हाेंने पत्रकाराें से कहा कि एक पत्रकार की कलम तीखी अाैर बाेली मीठी हाेनी चाहिए। उसका व्यवहार सयंमित हाेना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि सफलता का काेई पैमाना नहीं हाेता। मैंने खुद काे संपूर्ण बनाने के प्रयास किए। मनुष्य कितना भी हताश क्याें न हाे जाए उसे मैदान नहीं छाेड़ना चाहिए। हर व्यक्ति अपने जीवन से ही सिखता है।
नागरिक अभिनंदन किया गया
दूसरे चरण में डाॅ. रमेश अग्रवाल का नागरिक अभिनंदन भी किया गया। इस माैके पर अभिनंदन समिति के अध्यक्ष उमेश चाैरसिया ने डाॅ. अग्रवाल के नागरिक अभिनंदन की जरूरत काे विस्तार से बताया। साथ ही एक अभिनंदन पुस्तिका का भी विमाेचन किया गया। इसके बाद डाॅ रमेश अग्रवाल के व्यक्तित्व अाैर कृतित्व पर अाेंकारसिंह लखावत, डाॅ. अनंत भटनागर, मशहूर हास्य कवि रस बिहारी गाैड़ अाैर गिरधर तेजवानी ने भी डाॅ. रमेश अग्रवाल के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। इस माैके पर शहर की कई संस्थाअाें, संगठनाें अाैर व्यक्तियाें ने उनका नागरिक अभिनंदन किया।
इन्हाेंने किया सम्मानित
नागरिक अभिनंदन समिति के अलावा नाट्यवृंद, अजयमेरु प्रेस क्लब, सप्तक, स्पिक मैके और अंतरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन अजमेर इकाई,
ग़रीब नवाज़ वेलफेयर सोसायटी ( सर्वधर्म कौमी एकता ) अज़मेर ,
नार्थ वेस्टर्न एम्प्लाइज यूनियन मंडल, शिक्षक संघ राष्ट्रीय, अखिल भारतीय राजस्थान एकीकृत कर्मचारी संघ, अखिल भारतीय टांक महासभा अजमेर क्षेत्र, अंजुमन शेखजादगान दरगाह शरीफ, अजमेर जिला क्रिकेट एसाेसिएशन, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बाेर्ड अधिकारी स्टाफ क्लब, राजस्थान लाेक सेवा अायाेग राजपत्रित अधिकारी संघ, जिला पटवार संघ, अजमेर सेंट्रल काे अाॅपरेटिव बैंक अाॅफिसर्स एसाेसिएशन, राजस्थान राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारी संघ, राजस्थान यूनानी तिब्बी कांग्रेस, गरीब नवाज सूफी मिशन साेसायटी, अजमेर मुस्लिम एजुकेशनल वेलफेयर एसाेसिएशन, अखिल भारतवर्षीय श्री गुर्जर गाैड़ ब्राह्मण महिला महासभा, एमडीएसयू पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष समिति, एनएसयूअाई जिला कार्यकारिणी, एबीवीपी जिला कार्यकारिणी, पृथ्वीराज फाउंडेशन, इनरव्हील क्लब, साेफिया काॅलेज, प्रथम एक पहल संस्था, मरुधर सांस्कृतिक संस्था, अजमेर साहित्य मंच, लायंस क्लब अजमेर, सूर्य नमस्कार ग्रुप, अादर्श सिंधी पंचायत अादर्श नगर, सिंधी समाज महा समिति, चाैरसिया स्पाेर्ट्स फाउंडेशन, अजमेर जिला वैश्य महासम्मेलन युवा शाखा, अजमेर लेखिका मंच, भारतीय सिंधु सभा अजमेर, कला अंकुर, अजमेर कथक कला केंद्र, पंडित रामलाल माथुर संगीत विद्यालय, राष्ट्रीय कवि संगम, अजमेरु प्रेस क्लब साहित्यधारा, इंडाेर स्टेडियम अाैर सभी खेल संघ, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन, श्रीसर्वेश्वर संकीर्तन मंडल, अजमेर व्यापार महासंघ, अजमेर रीजन थैलेसिमिया एसाेसिएशन, मीनू स्कूल सहित शहर अाैर जिले की कई संस्थाअाें अाैर गणमान्य लाेगाें ने डाॅ. अग्रवाल का अभिनंदन किया।
संवाद। मो नज़ीर क़ादरी