छात्रनेताओं ने सबूत व अन्य दस्तावेज यूनिवर्सिटी के कुलपति को सौंपे
पूरे प्रकरण की जांच कराने की की मांग, जल्द कार्रवाई नही होने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
गीतांजली बीएड कॉलेज का एग्जाम सेंटर निरस्त करने पर कुलपति का आभार जताया
अजमेर : महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर में शहर के विभिन्न कॉलेजों के छात्रनेताओं ने कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला से मुलाकात कर डीएवी कॉलेज अजमेर के प्रिंसिपल लक्ष्मीकांत शर्मा के खिलाफ यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा।
यूनिवर्सिटी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेश गोदारा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जैन, डीएवी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सीताराम चौधरी, पूर्व अध्यक्ष महिपाल कस्वा, छात्रनेता रोशन गुर्जर, डीएवी कॉलेज एबीवीपी इकाई अध्यक्ष अस्त्तिव तिवाड़ी,
अभिषेक गेना, रवि सिंह रावत, राकेश चौधरी इत्यादि छात्रनेताओं के शिष्टमंडल ने ज्ञापन सौंपा।
छात्रनेताओं ने कुलपति को ज्ञापन देते हुए बताया कि डीएवी कॉलेज अजमेर के प्रिंसिपल लक्ष्मीकांत शर्मा ने कॉलेज के कर्मचारी की पत्नी को यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित परीक्षा के पेपर में 14 अक्टूबर 2020 को नकल करवाने का प्रयास किया लेकिन स्टाफ की सजगता से प्राचार्य नकल नहीं करवा पाया इस प्रकरण के लिए कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल ने पुलिस थाने में एफआइआर भी दर्ज करवाई जिसके फलस्वरूप प्रिंसिपल की शह पर स्ट्रांग रूम से कॉपियां निकाल कर उस कर्मचारी के घर ले जाकर नकल कर कॉपी बदल दी।
प्रिंसिपल ने अपने पुत्र जो बीकॉम का विद्यार्थी रहा जिसने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा डीएवी कॉलेज में दी उसी समय प्रिंसिपल ने अपने चहेते लोगों की ड्यूटी अपने पुत्र के परीक्षा कक्ष में लगा दी।
छात्र नेताओं ने बताया कि शारीरिक शिक्षा संकाय की परीक्षा में एक छात्र हरियाणा पुलिस की परीक्षा देने गया जिस दिन वह पुलिस की परीक्षा देने गया था उसी दिन उसका यूनिवर्सिटी का एग्जाम भी था प्राचार्य ने वहां के टीचरों से मिलीभगत कर कर किसी अन्य व्यक्ति को यूनिवर्सिटी की परीक्षा में बिठाया एक समय एक दिन अलग-अलग राज्यों में एक ही विद्यार्थी कैसे परीक्षा दे सकता है इस प्रकरण की गंभीरता से जांच करने की छात्र नेताओं ने मांग करी है।
विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रैक्टिकल परीक्षाओं में बाहरी व्यक्तियों द्वारा एग्जाम का नोटिस निकालकर परीक्षा आयोजित करवा दी गई जिस व्यक्ति ने नोटिस निकाला उस दौरान उसका कॉलेज से कोई संबंध नहीं था।
छात्र नेताओं ने डीएवी कॉलेज प्रिंसिपल को प्रशासन पर आरोप लगाया कि यह लोग विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए आदेश स्टाफ की ड्यूटी लगाते हैं और विश्वविद्यालय को चूना लगाने का काम पिछले 3 वर्षों से जारी है।
छात्र नेताओं ने कुलपति से मांग करिए कि इन सभी प्रकरणों की गहनता से जांच कर कमेटी बनाई जाए और डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल को परीक्षा संबंधित कार्यों से आजीवन डिबार किया जाए।
गीतांजली बीएड कॉलेज, बोरावड़ को यूनिवर्सिटी ने परीक्षा सेंटर से हटा दिया है, जिसके लिए कुछ दिन पूर्व यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जैन व पूर्व अध्यक्ष लोकेश गोदारा ने कड़ी आपत्ति जताई थी जिसके चलते कुलपति ने इस कॉलेज से एग्जाम सेंटर हटा लिया जिसके लिए छात्रनेताओं ने कुलपति का शॉल ओढ़ाकर व माला पहनाकर कर अभिनन्दन किया।
छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि इस प्रकरण में जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा अजमेर शहर के सभी कॉलेजों को बंद करवाया जाएगा।
संवाद। मो नज़ीर क़ादरी