राजनीति

अखिलेश का गठबंधन टूट चुका है, सिर्फ़ औपचारिक घोषणा बाकी- शाहनवाज़ आलम

लोकसभा चुनाव में मुसलमान करेंगे कांग्रेस में घर वापसी

अखिलेश मुसलमानों और अति पिछड़ों को हिकारत से देखते हैं

लखनऊ। राष्ट्रपति चुनाव में सपा के सहयोगी दल सुभासपा के भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जाने को अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने अखिलेश यादव के नेतृत्व क्षमता पर गंभीर सवाल बताया है।

कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को समझना चाहिए की उन्होंने जिस सपा गठबंधन को एक तरफा वोट दिया था वो अब पूरी तरह बिखर चुका है। बस उसकी औपचारिक घोषणा ही बाकी है। जिसकी वजह अखिलेश यादव की अपरिपक्वता और घमंड है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव न तो कभी अपनी पार्टी के मुस्लिम नेताओं के बुरे दिनों में उनके साथ खड़े होते हैं और ना ही अति पिछड़ी जातियों के अपने गठबंधन के सहयोगियों को ही उचित सम्मान देते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह उन्होंने अपने एक सहयोगी दल के नेता से गिफ्ट की गयी फॉर्चुनेर गाड़ी वापस ले ली थी, घमण्ड का वैसा दूसरा उदाहरण नहीं मिलता।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता की कमजोरियों और अपरिपक्वता के उजागर हो जाने के बाद मुसलमान लोक सभा चुनाव में कांग्रेस में घर वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को भूलना नहीं चाहिए कि 2019 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने संसद के अंदर कहा था कि वो मोदी जी को दुबारा प्रधान मंत्री बनते देखना चाहते हैं। जिसके बाद सपा के जातिगत वोटरों ने भाजपा को वोट कर दिया था।

संवाद। अज़हर उमरी